सांचौर जिले को निरस्त नहीं करने की मांग को लेकर सुखराम बिश्नोई आमरण अनशन पर बैठे

जालोर, 25 सितंबर (हि.स.)। सांचौर जिले को यथावत रखने की मांग को लेकर पूर्व राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई बुधवार को सांचौर कलेक्ट्रेट के सामने आमरण अनशन पर बैठ गए। जिला बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले ये आमरण अनशन शुरू किया गया है। पूर्व मंत्री ने बताया कि जब तक सरकार सांचौर जिले के निरस्तीकरण के मुद्दे पर स्पष्ट रूप से नहीं कह देती। तब तक उनका आमरण अनशन और धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

बिश्नोई ने बताया कि दो दिन पहले आई आईपीएस की ट्रांसफर लिस्ट में सांचौर एसपी को हटाकर जालोर एसपी को अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। इससे लोगों को सांचौर जिले को निरस्त करने का डर सता रहा है। आमरण अनशन का यह कदम सांचौर जिले के हितों की रक्षा के लिए उठाया जा रहा है। वे किसी भी कीमत पर जिले को यथावत रखने के लिए संघर्ष करेंगे। सांचौर जिले का निरस्तीकरण क्षेत्र की जनता के विकास और उनकी आवश्यकताओं पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। उन्होंने राज्य सरकार से अपील की है कि वह जनता की भावनाओं को समझे और जिला निरस्त करने की किसी भी योजना को रोकने की घोषणा करें। यह अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार इस मामले पर अपना निर्णय स्पष्ट नहीं कर देती। इस दौरान व्यापार मंडल अध्यक्ष हरीश पुरोहित सीलू, सभापति नरेश सेठ, हिंदू सिंह दूठवा, केशा राम मेहरा, जगमाला राम बिश्नोई भी अनशन स्थल पर मौजूद है।

गौरतलब कि इसी साल 8 सितंबर को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने भीलवाड़ा में बयान दिया था कि तत्कालीन सरकार ने कई गलत जिले बना दिए। एक-एक विधानसभा के जिले बना दिए गए। सांचौर एक विधानसभा का जिला है। केकड़ी सहित ऐसे कई जिले बना दिए। जो सिर्फ तुष्टीकरण करने के लिए बनाए गए हैं। हम इन्हें हटाएंगे। इसके बाद राठौड़ ने बयान पर यूटर्न लेते हुए कहा था कि किसी को एक बार कुछ दे दो फिर लेने में कितना मुश्किल होता है? इस बात को हम जानते है। ऑडियो बयान में उन्होंने कहा था कि आप चिंता मत करो। हम इसमें हस्तक्षेप नहीं करते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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