सुकमा : चुनाव में टिकट वितरण की अपारदर्शिता एवं पक्षपात का आरोप लगाकर भाजपा के 18 से अधिक कार्यकर्ताओं ने दिया सामूहिक त्यागपत्र

सुकमा : नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव में टिकट वितरण की अपारदर्शिता एवं पक्षपात का आरोप लगाकर भाजपा के करीब 18 से अधिक कार्यकर्ताओं ने दिया सामूहिक त्यागपत्र।

सुकमा, 27 जनवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के करीब दो दर्जन के करीब पुराने सक्रिय कार्यकर्ताओं ने नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव के टिकट वितरण में अपारदर्शिता, पक्षपात, पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्टी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम पत्र लिखकर 18 लोगों ने सामूहिक त्यागपत्र दिया है। जिसमें पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सहित आधा दर्जन से अधिक पूर्व पार्षद और सक्रिय भाजपा कार्यकर्ताओं ने त्यागपत्र दिया है। जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के भतीजे मनोज देव भी त्यागपत्र दिया है, जिन्होंने पार्षद टिकट मांगा था।

पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज देव ने बताया कि सुकमा नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव के टिकट वितरण में अपारदर्शिता, पक्षपात, पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी, विधर्मी तत्वों को टिकट के विरोध में पुराने सक्रिय सदस्यों की लगातार उपेक्षा एवं कांग्रेस व कम्यूनिष्ट के दलालों को पार्टी में आश्रय देने के विरुद्ध सामूहिक त्याग पत्र देने का फैसला लिया गया। वर्तमान 2025 में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में सुकमा नगर पालिका चुनाव व त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के टिकट वितरण में हुई गड़बडियों के संबंध में सामूहिक त्यागपत्र दिया है।

उन्होंने बताया कि नगरीय निकाय व त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के टिकट वितरण में अपारदर्शिता होने के कारण पुराने व लंबे समय से सक्रिय व समर्पित कार्यकर्ताओं की जान-बूझ कर अवहेलना करते हुए टिकट काटा जा रहा है। वर्तमान निवर्तमान सभी पार्षदों की जिनकी अपने वार्डों में अच्छी पकड़ है, ऐसे लोगों की टिकट काटकर नए लोगों जिनका कोई जनाधार नहीं है, उनको टिकट दिया जा रहा है। पक्षपात करते हुए पुराने कार्यकर्ताओं को अनदेखी लगातार लंबे समय से करते हुए उनको मानसिक रूप से इतना प्रताडित किया जा रहा है, कि वह स्वयं पार्टी छोड् के चले जाए। विधर्मी तत्वों जो कांग्रेस व कम्यूनिष्ट पार्टी के दलालों को आश्रय देकर पार्टी में टिकट दिया जा रहा है। एक महीने पूर्व हुए मंडल अध्यक्ष के चुनाव प्रक्रिया से भी हम संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि वह विधि विरुद्ध हुआ है व बहुमत का परीक्षण किए बिना आम सहमति बनाए बिना ही एक तरफा घोषणा कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि हमारी यह दशा काफी लंबे समय से है, हमारी सुनवाई ना ही संगठन में, ना ही मंडल जिला व प्रदेश कहीं भी नहीं हो रही है। भाजपा महिला सम्मान की पक्षधर शुरू से रही है, भारत माता की जय, छग महतारी की जय बोल कर अपनी बात प्रारंभ करते हुए, परंतु वर्तमान में जिला सुकमा की महिलाएँ शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना भी सहन करते हुए अपमान सहन करते हुए पार्टी का कार्य कर रही हैं। हम सभी वर्तमान पार्षद गण सहित जिला व मंडल पदाधिकारियों ने सामूहिक त्यागपत्र लेने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव के लिए भी अपारदर्शिता, पक्षपात, पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी से नाराज कार्यकर्ताओं की संख्या और भी अधिक बढ़ बढ़ेगी।

संगठन के खिलाफ कार्यकर्ताओं में नाराजगी

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जिला संगठन के कार्य शैली से काफी परेशान हैं। अभी अन्य दलों से आए सदस्यों को पार्टी में नगरीय निकाय चुनाव की टिकट प्रदान की जा रही है तो ऐसे में पुराने कार्यकर्ताओं में एक तरफ नाराजगी देखने को मिला। बीते दिनों भाजपा के मंडल अध्यक्ष का नाम तय किया गया। जिसमें सुकमा मंडल में एक पार्टी कार्यकर्ता ने मंडल अध्यक्ष की दावेदारी की थी, लेकिन उन्हें उपेक्षित किया गया। जिसकी वजह से भी कांग्रेस ज्वाइन किए थे फिर नाटक की रूप से उन्हें दो दिन के अंदर भाजपा पुनः ज्वाइन करवाया। वर्तमान में नगरीय निकाय चुनाव एवं पंचायत चुनाव में भी इसी तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं की अपेक्षा की जा रही है और इसी कारण पुराने कार्यकर्ता पार्टी से इस्तीफा देकर बगावत पर उतर आए हैं। वर्तमान जिला संगठन की कार्यशैली को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों में भी चर्चा का विषय है। जिसकी वजह से आज पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी से छोड़कर अपनी अलग रणनीति के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।

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