हिसार : नगर निगम ने किया स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

सिंगल यूज प्लास्टिक व उनसे बने सामान का प्रयोग न करेंहिसार, 21 अप्रैल (हि.स.)। मेयर प्रवीण पोपली की अगुवाई व निगमायुक्त नीरज के निर्देशानुसार नगर निगम की ओर से स्वच्छता अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में नगर निगम की ओर से आईडी डीएवी पब्लिक स्कूल में ‘स्वच्छता का संस्कार’ कार्यक्रम के तहत स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को साफ-सफाई व कचरा सेंग्रीगेशन, होम कंपोस्टिंग के महत्व के साथ-साथ प्लॉस्टिक के खतरों से अवगत करवाना। कार्यक्रम में सचिव राहुल सैनी, सीटीएल प्रदीप जाखड़, हरी राम, अजीत दरोगा सहित स्कूल स्टॉफ मौजूद रहा। सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता पर नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किए। कक्षा 6 से 12 के 150 छात्र-छात्राओं को कचरे के सग्रीगेशन, सिंगल यूज प्लॉस्टिक का उपयोग क्यों नहीं करना चाहिए और घर से निकले वाली कचरे से खाद् बनाने के विषय पर नगर निगम द्वारा जानकारी दी गई। छात्र-छात्राओं और स्कूल के स्टाफ को जानकारी दी गई कि घरों से निकलने वाले कचरे को अलग-अलग करें और हरे रंग के डस्टबिन में गीला व नीले रंग के डस्टबिन में सूखा कचरा डालें। इसके अलावा नगर निगम संचालित कचरा संग्रहण के वाहनों में भी इन्हें अलग-अलग डालें। छात्र-छात्राओं को चाहिए कि सिंगल यूज प्लॉस्टिक के बने सामान का प्रयोग न करें और इसके स्थान पर मिट्टी, लकड़ी, कपड़े या मेटल के सामान का यूज करें। ऐसा इसलिए भी आवश्यक क्योंकि ऐसे प्लास्टिक न तो डिकंपोज होते हैं और जलाने पर हानिकारक धुंआ निकलता हैं जो पर्यावरण और इंसानों, जानवरों और पेड़-पौधों की सेहत के लिए खतरनाक होते हैं। इसके अलावा सिंगल यूज प्लास्टिक का कचरा बारिश के पानी को जमीन के नीचे जाने से रोकता हैं, जिससे ग्रांउड वॉटर लेवल में कमी आती हैं। विद्यालय में जो गीला कचरा एवं वृक्षों के पत्तों से कम्पोस्ट खाद तैयार करे और खाद का इस्तेमाल विद्यालय में लगे वृक्षों में करे। इस प्रकार छात्र जीवन में छोटे-छोटे प्रयास करके स्वच्छ जीवन के स्वप्न को साकार कर सकते है। छात्र जीवन में मिले संस्कार व शिक्षा ही भविष्य में सफलता की ओर बढ़ने पहली सीढ़ी है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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