दिल्ली में लाल किले के पास आतंकी विस्फोट में मारे गए कश्मीरी के शव पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार

श्रीनगर, 19 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए आतंकी विस्फोट में मारे गए एक स्थानीय नागरिक का शव बुधवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में उसके पैतृक गांव पहुंचा।

गांदरबल जिले के बाबा नगरी वंगट गांव के रहने वाले एक कश्मीरी मज़दूर बिलाल अहमद सागू की उस समय मौत हो गई, जब आतंकी डॉ. उमर नबी ने दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोटकों से लदी अपनी आई-20 कार में विस्फोट कर दिया। इस विस्फोट में 13 नागरिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। बिलाल अहमद सागू अपने गरीब परिवार का पालन-पोषण करने के लिए मज़दूरी करने दिल्ली आए थे।

कांगन के विधायक मियां मेहर अली वांगट गांव में अंतिम संस्कार में शामिल हुए। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने पहले भी उसके परिवार का समर्थन किया है और आने वाले दिनों में भी उसके परिवार को सहयोग देते रहेंगे। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पहले ही केंद्र सरकार से उस गरीब कश्मीरी के परिवार को मुआवज़ा देने का अनुरोध कर चुके हैं। बिलाल अहमद सागू की मौत साबित करती है कि कश्मीरी आतंकवादी कृत्यों के लाभार्थी नहीं, बल्कि पीड़ित हैं।------------------------------

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

   

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