स्वयंसेवकों ने निकाला पथ संचलन, वक्ता बोले- पंच परिवर्तन समाज की जरूरत

संघ के स्थापना दिवस विजयादशमी के उपलक्ष्य में स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन

दाैसा, 10 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस विजयादशमी के उपलक्ष्य में दौसा जिले के सिकराय व मानपुर कस्बे में स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन निकाया गया। स्वयंसेवकों ने घोष की धुन पर कदमताल करते हुए अनुशासन व सामूहिकता का संदेश दिया। एवीएम स्कूल में आयोजित विजयादशमी उत्सव पर संघ के विभाग प्रचार प्रमुख गणपतलाल ने कहा- हिन्दू समाज का संगठन करने के उद्देश्य को लेकर साल 1925 में डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में संघ की स्थापना की थी। जिसके बाद पूरे देश भर में संघ का विस्तार हुआ और आज वटवृक्ष बन गया है। स्वयंसेवकों द्वारा प्रतिदिन एक घंटे की शाखा लगाने के साथ समाज के अभावग्रस्त बंधुओं के उत्थान के लिए अनेकों सेवा कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रहित सर्वोपरि भाव के साथ काम कर रहे हैं। देश व समाज के सामने आज कई चुनौतियां खडी हैं। उनका समाधान करना सिर्फ शासन की ​ही जिम्मेदारी नहीं है। इसके लिए समाज को भी एकजुट होकर आगे आना होगा।

प्रचार प्रमुख ने कहा कि समाज को पंच परिवर्तन अपने व्यवहार में लाना होगा। जिसमें सामाजिक समरसता, पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली, पारिवारिकता को बढ़ावा देने के लिए परिवार जागृति पर जोर देना, जीवन के सभी पहलुओं में भारतीय मूल्यों पर आधारित 'स्व' की भावना पैदा करना और नागरिक कर्तव्यों के पालन के लिए सामाजिक जागृति शामिल है। इसके बाद सिकराय कस्बे में पथ संचलन आदर्श विद्या मंदिर स्कूल से रवाना होकर प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए वापस एवीएम स्कूल पहुंचा। रास्ते में जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया और भारत माता के जयकारे लगाए। कार्यक्रम के दौरान शस्त्र पूजन कर शक्ति की आराधना की गई। इसके बाद स्वयंसेवकों ने मानपुर कस्बे के प्रमुख रास्तों से पथ संचलन निकाला। इस दौरान बड़ी संख्या में स्वयंसेवक मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / चरणजीत

   

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