हर तरह से यह बजट देश के समावेशी विकास में मदद करेगा

हर तरह से यह बजट देश के समावेशी विकास में मदद करेगा फोटो डॉ सुरेश चन्द्र पाठक प्राचार्य पीजी कॉलेजहर तरह से यह बजट देश के समावेशी विकास में मदद करेगा। फोटो डॉ धर्मेंद्र यादव प्रांतीय अध्यक्षहर तरह से यह बजट देश के समावेशी विकास में मदद करेगा फोटो प्रो मानस पाण्डेय

जौनपुर ,01 फरवरी (हि.स.)। शनिवार को संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस वर्ष का बजट पेश किया। केंद्रीय बजट में 12 लाख तक की आय पर आयकर शून्य किए जाने से मध्यम आय वर्ग वाले परिवारों में खुशी का माहौल है। नौकरी पेशा लोग काफी खुश हैं। क्योंकि 12 लाख के वेतन से होने वाली आय के अलावा 75 हजार स्टैंडर्ड डिडक्शन की छूट के चलते 12 लाख 75 हजार की आए आयकर से मुक्त रहेंगे। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही संसद में 12 लाख तक की आय को आयकर से मुक्त करने की घोषणा किया तो नौकरी पेशा लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। वहीं इस मामले में जनपद के तमाम शिक्षकों ने हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि से बातचीत के दौरान कहा कि यह बजट पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी अच्छा है सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। इस पर बात करते हुए माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पूर्व की टैक्स स्लैब में 3 लाख तक छूट हुआ करती थी जो अभी एक लाख बढ़ा कर चार लाख कर दिया गया है बजट में सबसे अच्छी बात आयकर स्लैब की है। जिसके लिए वित्त मंत्री को और केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूं जिनकी आय 12 लाख 75000 तक है उन्हें कोई टैक्स नहीं देना होगा लेकिन जैसे ही उनकी वार्षिक आय इससे अधिक हुई तो टैक्स के दायरे में आ जाएगा इसलिए आयकर स्लैब की दृष्टि से सरकार के इस बजट की सराहना करते हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा अब तक के प्रस्तुत बजट में इस बार का बजट काफी अच्छा रहा है।

इसी कड़ी में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यावसायिक अर्थशास्त्र विभाग के प्रो डॉ मानस पांडे ने कहा कि इस बजट का जो मूल सिद्धांत रहा वह मेक इन इंडिया की तरफ से आगे बढ़ते हुए मेक फॉर वर्ल्ड की तरफ बढ़ने का है। यह अत्यंत गौरव करने की बात है हम आज उस स्तर पर पहुंच चुके है जहां हम मेक इन इंडिया की जगह मेक फॉर वर्ल्ड की तरफ अपनी पहचान बनाने में आगे बढ़ रहे हैं। इस बार बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर को उतना महत्व नहीं दिया गया है जितना रिवेन्यू पर फोकस किया गया है इससे साफ जाहिर है कि सरकार चाहती है कि देश की आम जनता देश के बजट में अपना योगदान करे। देश की विकास में उनका योगदान तब होगा जब उनको अवसर मिलेगा तो संभव हो पाएगा इस बार स्लैब में जो परिवर्तन किया गया है यह इसलिए किया गया कि बहुत बड़ा वर्ग मिडिल क्लास का है अभी तक की सरकार मिडिल क्लास को वैचारिक और सैद्धांतिक रूप से स्वीकार करती थी लेकिन यह पहली बार हुआ है। जब मिडिल क्लास को एक वर्ग मानते हुए उनको भी यह अवसर दिया गया है कि वह बचत करें और विनियोग करें। उनका विनियोग हमारी जीडीपी पर प्रभाव डालेगा।

इसी क्रम में डॉ सुरेश पाठक प्राचार्य पीजी कॉलेज ने कहा कि आज का बजट जनता के लिए बहुत आकर्षक,जनहित में रहा। मोदी सरकार ने इस बजट में किसानों को बड़ी राहत दी है क्रेडिट कार्ड की सीमा तीन लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दी है। जो कि किसानों के लिए बहुत ही आवश्यक था।स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी गंभीर बीमारियों कैंसर,हार्ट अटैक की 36 प्रमुख दवाईयों पर कस्टम ड्यूटी समाप्त कर दी गई, शिक्षा के क्षेत्र में 75 हज़ार सीट बढ़ा दी गई है। मध्यम वर्ग के लिए यह बजट बहुत ही लाभप्रद है,नौकरी पेशा वालों के लिए भी टैक्स स्लैब में काफी राहत दिया है। सात लाख से सीधे 12 लाख तक के इनकम को टैक्स फ्री कर दिया है। यह ऐतिहासिक फैसला है।इसी क्रम में शिक्षाविद व अवकाश प्राप्त प्राचार्य गांधी स्मारक त्रिवेणी पीजी कालेज डा. देवरुप तिवारी ने कहा कि ये समावेशी बजट है। जनता की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा गया है जनता की मूलभूत आवश्यकता शिक्षा, सुरक्षा, रक्षा स्वास्थ,मकान के मद्देनजर है। यह पहला बजट है जिसमें की मध्यम क्लास पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है ऐसा पहले के किसी बजट में भी नहीं किया गया था ।

समग्र रूप से देखा जाए तो उद्योगजगत के लिए भी बजट बहुत उपयोगी है और हर तरह से यह बजट देश के समावेशी विकास में मदद करेगा।शिक्षा, स्वास्थ,रक्षा सहित आमजन का पूरा ख्याल रखा गया है

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव

   

सम्बंधित खबर