आणविक जीव विज्ञान उपकरण और जीनोम संपादन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन

आणविक जीव विज्ञान उपकरण और जीनोम संपादन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन


जम्मू, 21 अप्रैल । जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीएमबी) ने आणविक जीव विज्ञान उपकरण और जीनोम संपादन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया जिसका उद्देश्य छात्रों और शोधार्थियों को अत्याधुनिक जैव प्रौद्योगिकी में व्यावहारिक कौशल और सैद्धांतिक ज्ञान से लैस करना था। कुलपति प्रो. संजीव जैन के संरक्षण में आयोजित यह कार्यक्रम गहन प्रयोगशाला प्रशिक्षण के साथ इंटरैक्टिव व्याख्यानों को मिलाकर एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक पहल थी।

कार्यशाला की शुरुआत एक उद्घाटन सत्र से हुई जिसमें मुख्य अतिथि प्रोफेसर यशवंत, सीयू जम्मू के रजिस्ट्रार, प्रोफेसर अश्विनी नंदा, डीन, स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज और विभिन्न विभागों के संकाय प्रमुखों सहित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। डॉ. शेली सहगल ने मेहमानों और प्रतिभागियों का परिचय कराया। प्रो. यशवंत ने आधुनिक वैज्ञानिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए अंतःविषय सहयोग को प्रोत्साहित करते हुए आणविक जीव विज्ञान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के एकीकरण पर जोर दिया। प्रो. नंदा ने छात्र कौशल को बढ़ाने में कार्यशाला के व्यावहारिक दृष्टिकोण की सराहना की।

सी.एम.बी. के निदेशक डॉ. नरेंद्र के. बैरवा द्वारा आयोजित कार्यशाला में माइक्रोबियल आइसोलेशन, डी.एन.ए. और प्लास्मिड एक्सट्रैक्शन, पी.सी.आर., जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस, ब्लड ग्रुपिंग, क्रिस्पर-कैस9 जीनोम एडिटिंग और सेल काउंटिंग विधियों जैसी महत्वपूर्ण तकनीकों में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिभागियों ने समकालीन अनुसंधान और नैदानिक ​​आवश्यकताओं के साथ जुड़े बहुमूल्य प्रयोगशाला अनुभव प्राप्त किए।

इस कार्यक्रम में जम्मू विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, राजकीय महिला महाविद्यालय, गांधी नगर और विदाई लैब्स जैसे संस्थानों से उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।

   

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