जम्मू विश्वविद्यालय में प्रभावी संचार एवं नेतृत्व पर परिवर्तनकारी कार्यशाला आयोजित की गई
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- Feb 08, 2025
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जम्मू 08 फरवरी (हि.स.)। स्किल इनक्यूबेशन, इनोवेशन एवं उद्यमिता विकास केंद्र ने ईएलएफ इंटरनेशनल के सहयोग से जम्मू विश्वविद्यालय में प्रभावी संचार एवं नेतृत्व पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। प्रतिभागियों को आवश्यक नेतृत्व एवं संचार कौशल से लैस करने के लिए डिज़ाइन की गई कार्यशाला ने व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में प्रभावशाली नेता बनने के लिए बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।
इस सत्र का नेतृत्व ईएलएफ, इंटरनेशनल के सीईओ नवाब मेहरान खान ने किया जिसमें ईएलएफ, इंटरनेशनल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री इफ्तिकार और ईएलएफए के सांबा सेंटर की परियोजना समन्वयक सुश्री कोमल भी मौजूद थीं। उनके विशेषज्ञ मार्गदर्शन ने सीखने के अनुभव को समृद्ध किया जिसमें प्रभावी नेतृत्व और रणनीतिक संचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया।
इस अत्यधिक संवादात्मक कार्यशाला में आकर्षक चर्चाएँ, वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग और आत्म.विश्वास, प्रतिबद्धता और संचार की कला में महारत हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने वाली व्यावहारिक गतिविधियाँ शामिल थीं। प्रतिभागियों को अपनी नेतृत्व क्षमता को निखारने, संचार शैलियों को अपनाने और सार्थक व्यावसायिक और व्यक्तिगत संबंध बनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यशाला में प्रभावी संचार और नेतृत्व के कई प्रमुख पहलुओं पर जोर दिया गया प्रतिभागियों को अधिक प्रभाव के लिए अपने कौशल को निखारने के लिए प्रोत्साहित किया गया। प्राथमिक बातों में से एक प्रतिक्रिया देने से पहले रुकने का महत्व था विचारशील और सार्थक बातचीत सुनिश्चित करना। सत्र ने प्रामाणिकता को मजबूत नेतृत्व की नींव के रूप में रेखांकित किया।
कार्यशाला में सक्रिय सुनने और दूसरों के दृष्टिकोण को समझने, सहयोग और समावेशिता को बढ़ावा देने की शक्ति पर भी जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त गैर-मौखिक संचार की भूमिका का पता लगाया गया यह पुष्ट करते हुए कि कैसे शरीर की भाषा अक्सर शब्दों से अधिक जोर से बोलती है। बातचीत के बाद फॉलो-अप करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई जो रिश्तों को मजबूत करने और विश्वास बनाने का एक तरीका है। सत्र के सबसे प्रभावशाली पाठों में से एक यह जानना था कि कब बस चुप हो जाओ और कृपया चुप रहो, नेतृत्व में सक्रिय सुनने की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर दिया। कार्यक्रम का समापन पल्लवी सचदेवा के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ जिन्होंने कार्यशाला को सफल बनाने के लिए नवाब मेहरान खान, आयोजन टीम और सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी