जयपुर, 30 नवंबर (हि.स.)। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि पेड़ पौधों का संरक्षण करके ही पर्यावरण संरक्षण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जहां जहां पेड़ होते हैं, वहां वहां बारिश होती है। इसलिए सभी पेड़ लगाएं ही नहीं, उन्हें पानी देकर बचाएं भी। उन्होंने राजस्थान में अमृता देवी द्वारा खेजड़ली में पेड़ों के लिए दिए बलिदान को याद करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस संकट भरे समय में वृक्ष ही मनुष्य के विश्वसनीय मित्र हैं। इससे ही जीवन बच सकता है।
राज्यपाल शनिवार को श्री कल्पतरू संस्थान द्वारा 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत ग्रीन आईडल अवार्ड समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि धरती को हरा-भरा करने वाले सभी व्यक्ति सम्माननीय हैं। उन्होंने हरितिमा के लिए कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया।
उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में विश्व का अनूठा एक पेड़ मां के नाम अभियान चलाया है। इसमें सभी भागीदारी निभाए। उन्होंने वेद पुराणों और प्राचीन ग्रंथों में पेड़ पौधों के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैज्ञानिक तथ्य है कि पेड़ मिट्टी के क्षरण को रोकते हैं। भूमिगत जल भंडारों का पुनर्भरण करते हैं और टिकाऊ कृषि उत्पादन के लिए भी सदा अनुकूल परिस्थितियां पैदा करते हैं। इसलिए पेड़ लगाने के लिए सभी संकल्पबद्ध हों। उन्होंने राजस्थान के राज्य वृक्ष खेजड़ी को कल्प वृक्ष बताते हुए देशभर में इसके शमी वृक्ष के रूप में पूजने की परम्परा के बारे में भी विस्तार से बताया।
महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर सच्चिदानंद मुनगंटीवार ने इस अवसर पर देश में वन संस्कृति के साथ एक पेड़ मां के नाम अभियान को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर पेड़ लगाएं तो पर्यावरण के साथ मनुष्य की आने वालीं पीढ़ियां के लिए यह सौगात होगी।
राज्यपाल ने आरंभ में एक पेड़ मां के नाम के अंतर्गत वृक्ष लगाया। उन्होंने ग्रीन कैंपेन फोर बचपन पोस्टर का भी लोकार्पण किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश