राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की उम्मीद योजना के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के रामबन में बेरोजगार महिलाएं आत्मनिर्भर बनीं

, 2 मार्च (हि.स.)

रामबन, 2 मार्च (हि स): जम्मू-कश्मीर के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) की उम्मीद योजना के माध्यम से रामबन जिले के संगलदान ब्लॉक की बेरोजगार महिलाएं सिलाई और सौंदर्य प्रसाधन जैसे व्यवसाय शुरू करके आत्मनिर्भर बन गई हैं।

वे अब अन्य महिलाओं की मदद कर रही हैं, अपने परिवार की आय में योगदान दे रही हैं और बिना किसी गारंटर के आसानी से बैंक ऋण प्राप्त कर रही हैं।

एक लाभार्थी सीमा देवी ने कहा हमारा समूह 2018 से उम्मीद से जुड़ा हुआ है.

और मैंने योजना के माध्यम से ऋण लेकर यह दुकान खोली है। मैं सिलाई का काम करने के साथ-साथ अपनी दुकान भी चलाती हूं। हमारा काम अच्छा चल रहा है और हमारे बच्चे भी अच्छी तरह से पढ़ाई कर पा रहे हैं इसलिए हम उम्मीद का शुक्रिया अदा करते हैं। समूह की हर महिला इसके कारण अपना कुछ न कुछ कर रही है। जम्मू-कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन (जेकेआरएलएम) की उम्मीद योजना 2019 से ही समाज के वंचित वर्गों की महिलाओं को लाभकारी आजीविका उपक्रमों से जोड़ने के लिए अथक प्रयास कर रही है।

इससे पहले, जम्मू के राजौरी में महिलाओं ने 2023 में महिला सशक्तिकरण के एक हिस्से के रूप में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम), उम्मीद योजना के तहत छोटे व्यवसाय शुरू किए।

उम्मीद योजना से जुड़ी एक सदस्य ने कहा कि इस योजना ने क्षेत्र की महिलाओं के बीच बेरोजगारी को कम करने में मदद की है।

हमने लोगों को एनआरएलएम उम्मीद योजना के बारे में जागरूक किया और वर्तमान में पंचायत की सभी महिलाएं इस योजना से जुड़ गई हैं, जिसके कारण हमारी बेरोजगारी तेजी से क

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता

   

सम्बंधित खबर