सोनीपत:गुरु-शिष्य परंपरा की अद्वितीय मिसाल और श्रद्धा का अनूपम उदाहरण

-बाबा लक्ष्मण पुरी जी की तीसरी पुण्यतिथि

पर आयोजित कार्यक्रम

-उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान और

पंजाब से हजारों श्रद्धालु

सोनीपत, 8 जनवरी (हि.स.)। गौकरण

धाम के ब्रह्मलीन महंत बाबा लक्ष्मण पुरी जी महाराज की तीसरी पुण्यतिथि बुधवार को गोहाना

में डेरा श्री बाबा लक्ष्मण पुरी महाराज में बड़ी धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर गोहाना,

रोहतक, सोनीपत, पानीपत के साथ-साथ हरिद्वार, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान और पंजाब

से हजारों भक्त पहुंचे। गुरु-शिष्य परंपरा की अद्वितीय मिसाल और श्रद्धा का अनूठा उदाहरण

प्रस्तुत करता है।

डेरे

के लगभग 20 एकड़ के परिसर में भक्तों का विशाल जनसमूह उमड़ पड़ा। पुण्यतिथि से एक दिन

पूर्व अखंड नाम जाप का आयोजन हुआ, और बुधवार सुबह हवन-यज्ञ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ

किया गया। इसके बाद भजन संध्या में जूना अखाड़े के प्रमुख संतों सहित कई नामी संत पहुंचे।

भक्तों ने अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए समाधि पर माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त

किया। पुण्यतिथि के अवसर पर एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। साथ ही, सोनीपत

जिला प्रशासन ने डेरे में निशुल्क आयुर्वेदिक जांच शिविर और रक्तदान शिविर का आयोजन

किया।

यह पहली

बार है जब ब्रह्मलीन बाबा लक्ष्मण पुरी जी की पुण्यतिथि उनके परम शिष्य कमलपुरी महाराज

ने उनके स्वरूप में आयोजित की। लक्ष्मण पुरी जी की सभी चल-अचल संपत्ति, जो वसीयत के

माध्यम से कमलपुरी महाराज को सौंपी गई थी, अब उनके संरक्षण में है।बाबा मछंदर पुरी जी ने कमलपुरी महाराज में बाबा

लक्ष्मण पुरी जी का स्वरूप देखा और उन्हें पीठाधीश्वर के रूप में नियुक्त किया। आज,

बाबा कमलपुरी महाराज अपने गुरु की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए भक्तों का मार्गदर्शन कर

रहे हैं। पुण्यतिथि

पर आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों में अखंड नाम जाप, हवन-यज्ञ, भजन संध्या, विशाल भंडारा,

निशुल्क आयुर्वेदिक जांच एवं रक्तदान शिविर शामिल रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

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