हिसार : प्रो. वंदना पूनिया एवं उनकी टीम ने बनाया डिजिटल संस्कृति मापन मनोवैज्ञानिक उपकरण

कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने किया उपकरण को लांच

हिसार, 28 जनवरी (हि.स.)। यहां के गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

विश्वविद्यालय की शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पूनिया तथा उनकी टीम ने डिजिटल

संस्कृति मापन (डीसीएस-पीवीआरआरएलएसएसएस) नामक मनोवैज्ञानिक उपकरण तैयार किया है। विश्वविद्यालय

के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने मंगलवार काे इस उपकरण को लांच किया। इस अवसर पर कुलपति के

तकनीकी सलाहकार प्रो. संदीप राणा भी उपस्थित रहे।

कुलपति नरसीराम बिश्नोई ने मंगलवार को प्रो. वंदना पूनिया और उनकी टीम को इस

उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनके शिक्षा और डिजिटल मनोविज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान

को आगे बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय

द्वारा शैक्षिक अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। डिजिटल संस्कृति मापन विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं का आकलन करता है, जैसे कि

ई-लर्निंग के प्रति दृष्टिकोण, साइबर संस्कृति की जागरूकता, सोशल मीडिया का प्रभाव,

साइबर संस्कृति के प्रति अनुकूलन, साइबर उत्पादकता और साइबर कानूनों की जानकारी। यह

उपकरण शिक्षकों, विद्यार्थियों और संस्थानों के लिए डिजिटल युग को समझने और उसके अनुकूल

होने में सहायक सिद्ध होगा। डा. वंदना पूनिया ने बताया कि यह उपकरण डिजिटल संस्कृति के विभिन्न पहलुओं

का आकलन करने के लिए तैयार किया गया है और मनोवैज्ञानिक अनुसंधान व मूल्यांकन के क्षेत्र

में टीम का सातवां प्रमुख योगदान है। यह उपकरण डॉ. रीना रानी (बीपीएस महिला विश्वविद्यालय, सोनीपत, हरियाणा), डॉ.

स्नेहलता (तिरुपति कॉलेज ऑफ एजुकेशन, फतेहाबाद, हरियाणा) और डॉ. सुरेंद्र सहारण (जीवी

कॉलेज, संगरिया, हनुमानगढ़, राजस्थान) के सहयोग से विकसित किया गया है। इसे नेशनल साइकोलॉजिकल

कॉरपोरेशन, आगरा द्वारा प्रकाशित किया गया है और यह शोधकर्ताओं, शिक्षकों और नीति निर्माताओं

के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बनने जा रहा है।

   

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