चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामला: निलंबित निदेशक देशराज से दूसरे दिन घंटों पूछताछ, पूर्व एमडी हरिकेश मीणा को हाईकोर्ट से अंतरिम राहत
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- Apr 07, 2025

शिमला, 07 अप्रैल (हि.स.)। हिमाचल पावर कॉर्पोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की रहस्यमयी मौत के मामले में जांच तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को पावर कॉर्पोरेशन के निलंबित निदेशक व आरोपित देशराज से शिमला पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने लगातार दूसरे दिन घण्टों पूछताछ की। वहीं मामले के एक अन्य आरोपी कॉर्पोरेशन के पूर्व प्रबंध निदेशक और आईएएस अधिकारी हरिकेश मीणा को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय से अंतरिम राहत मिली है।
सोमवार को उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने सुनवाई के दौरान पुलिस को आदेश दिए कि वह 9 अप्रैल तक हरिकेश मीणा को गिरफ्तार न करे। मीणा ने आज सुबह ही अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिस पर आज ही सुनवाई हुई। अदालत ने राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए पुलिस से जवाब मांगा है। अगली सुनवाई नौ अप्रैल को होनी है, जिसमें पुलिस द्वारा एक नई स्टेटस रिपोर्ट दाखिल किए जाने की संभावना है।
इधर मामले में आरोपी बनाए गए देशराज से एसआईटी की पूछताछ सोमवार को लगभग छह घंटे तक चली। इससे एक दिन पहले रविवार को उनसे करीब आठ घंटे तक पूछताछ की गई थी। उच्च न्यायालय द्वारा पहले ही उनकी जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है, बावजूद इसके पुलिस ने उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया। बाद में देशराज ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत ले ली थी।
बता दें कि चीफ इंजीनियर विमल नेगी 10 मार्च को रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गए थे और करीब आठ दिन बाद 18 मार्च को उनका शव बिलासपुर जिले की गोविंद सागर झील से बरामद हुआ। परिजनों का आरोप है कि नेगी को विभागीय प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा था जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। मृतक की पत्नी की शिकायत पर शिमला पुलिस ने हरिकेश मीणा और देशराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
प्रकरण के तूल पकड़ने के बाद प्रदेश सरकार ने निदेशक देशराज को निलंबित कर दिया था जबकि तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा को पद से हटा दिया गया। हालांकि अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिजन लगातार मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं ताकि पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा