विंध्याचल : नवरात्र से पहले गंगा में बाढ़, डूबे घाट

– श्रद्धालुओं की सुरक्षा बनी प्रशासन की बड़ी चुनौती

मीरजापुर, 16 सितंबर (हि.स.)। आगामी शारदीय नवरात्र (22 सितंबर) के मद्देनज़र मां विंध्यवासिनी के दरबार में उमड़ने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए इस बार गंगा में आई बाढ़ बड़ी चुनौती बन गई है। शहर के प्रमुख घाटों पर पानी ऊपर तक चढ़ जाने से नगर पालिका द्वारा किए जाने वाले अस्थायी इंतजाम अधर में लटक गए हैं।

हर साल नवरात्र में गंगा घाटों पर अस्थायी शौचालय, महिलाओं के वस्त्र बदलने के स्थान, विद्युत प्रकाश व्यवस्था, गंगा में बैरिकेडिंग जैसी व्यवस्थाएं की जाती हैं। लेकिन इस बार बढ़े जलस्तर ने नगर पालिका और जिला प्रशासन दोनों के सामने परेशानी खड़ी कर दी है।

अखाड़ा घाट, गोदारा घाट, बाबू घाट, परशुराम घाट, पक्का घाट, कच्चा घाट और दीवान घाट सभी जगह गंगा का पानी भर गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं के सुरक्षित गंगा स्नान की व्यवस्था करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी।

जानकारों का कहना है कि यदि गंगा का जलस्तर कुछ दिनों में घट भी गया तो घाटों पर कीचड़ जम जाने से अस्थायी व्यवस्थाएं स्थापित करना बेहद मुश्किल होगा। नवरात्र जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, जिला प्रशासन की चिंता उतनी ही बढ़ती जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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