करवाचौथ पर महिलाएं जमकर कर रही खरीददारी, बाजार में बढ़ी चमक
- Admin Admin
- Oct 19, 2024
जालौन, 19 अक्टूबर (हि.स.)। करवाचौथ पर चांद का दीदार करने के लिए बाजार में लटकनी छलनी और स्पेशल पूजा थाली महिलाओं को खूब पसंद आ रही है। इतना ही नहीं, मिट्टी और चाइनीज करवे भी इस बार धूम मचाए हुए हैं। हाल यह है कि पहली बार में ही महिलाओं को यह चीजें भा जा रही हैं। हालांकि त्योहार पर 10 से 15फीसदी रेट बढे़ हैं, पर खरीदारों पर कोई असर नहीं है।
करवाचौथ के चलते इस समय बाजार में चारों तरफ रौनक छायी हुई है। चूड़ी बाजार हो या फिर साड़ी श्रृंगार और करवा बाजार, हर जगह महिलाओं की भीड़भाड़ हो रही है। बुधवार को प्रमुख बाजारों में सजी दुकानों का यह हाल देखा गया। शहर के घंटाघर पर सड़क के दोनों सजी पूजा सामग्री की दुकानों पर दिन भर खरीदारों का तांता लगा रहा।
विक्रेता सुमित ने बताया, इस बार बाजार में विभिन्न डिजाइनदार करवे और छलनी उपलब्ध है। इनमें कई तरह की वैरायटी भी आई है। लटकन छलनी की सबसे ज्यादा मांग है। इसमें खासियत यह है कि छलनी के चारों तरफ से घुंघरु लटक रहे हैं। खूबसूरती बढ़ने से महिलाएं ज्यादा खरीद रहीं हैं। उनके यहां अकेले रोजाना बीस से तीस छलनी बिक रही है। हालांकि उसके रेट 100 से 200 रुपये के बीच है। इसी तरह स्पेशल पूजा थाली भी आई है। इसमें थाली के अलावा लोटा और डिजाइनदार छलनी शामिल है। उसके रेट 200 से 500 के बीच है। वहीं, मिट्टी के करवे 50 से 150रुपये में मिल रहे हैं। हालांकि मिट्टी से ज्यादा लोग चाइनीज करवे को पसंद आ रहे हैं। महिलाओं में त्योहार को लेकर इस कदर उत्साह है कि थोड़ी बहुत जो रेट बढ़े है,उनका जरा भी फर्क नहीं पड़ रहा है।
जयपुरिया और राजस्थानी साड़ी का बढ़ा क्रेज
इस बार शहर में राजस्थानी और जयपुरिया साड़ियों का जबरजस्त क्रेज बढ़ा हुआ है। विक्रेता हदेश गुप्ता की मानें तो वैसे तो तीन सौ से पांच हजार तक की साड़ियां है। इनमें महिलाएं दो से तीन हजार की साड़ियां ज्यादा बिक रहीं है। खासकर जयपुरिया और राजस्थानी में कई प्रकार के पैटर्न आए हैं। इनमें कढ़ाई के साथ मोतियों से जड़ी साड़ियां पसंद आ जाती हैं।
आर्टिफिशियल गहनों की मांग ज्यादा हो रही
करवाचौथ पर सजना ही मुझे सजना की तर्ज पर शहर में आर्टिफिशियल गहने और जेवरातों की मांग भी तेज हो गई है। विक्रेता ब्रजकिशोर गुप्ता ने बताया, महिलाएं इस बार डिजाइनदार गहने खूब पसंद कर रही हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा