चनिया-चोली पहन कर महिला पुलिसकर्मी रखेंगी गरबा आयोजनों पर नजर

-अश्लीलता और छेड़खानी की घटनों पर सूरत पुलिस की नई पहल

सूरत, 30 सितंबर (हि.स.)। नवरात्र में होने वाले गरबा आयोजनों पर सूरत पुलिस की महिला टीम अनाेखे अंदाज में निगहबानी करेगी। सूरत

पुलिस ने गरबा के दाैरान रोमियोगिरी पर अंकुश के लिए यह नायाब तरीका ढूंढ लिया है। अब महिला पुलिस की शी (एसएचई) टीम गरबा आयोजनों में चनिया चोली पहन कर खिलैयों के बीच गरबा खेलेंगी। इससे माता की आराधाना में होने वाले आयोजनों की पवित्रता को कायम रखा जाएगा। इस बार नवरात्र 3 अक्टूबर से लेकर 13 अक्टूबर तक होगा।

सूरत में नवरात्र पर होने वाले परंपरागत गरबा आयोजनों की जोर-शोर से तैयारी हो रही है। कई जगहों पर बड़े आयोजन भी तय किए गए हैं। गुजरात की लोक संस्कृति में नवरात्र के दौरान माता की आराधाना के लिए युवक-युवतियां गरबा करते हैं। परंपरागत गरबों के साथ ही गली-मोहल्लों में शेरी गरबा के रूप में गुजरात की संस्कृति के कई रूप नजर आते हैं। ऐसे आयोजनों में कई बार महिलाओं-युवतियों को छेड़खानी के लिए निशाना बनाने की घटनाएं भी होती है। पूरे शहर में उत्साह और उमंग के बीच रंग में भंग नहीं हो, इसके लिए सूरत पुलिस ने खास तैयारी की है।

पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गेहलोत ने बताया कि सूरत पुलिस ने शी टीम को तैयार किया है। टीम सदस्य गरबा ग्राउंड में परंपरागत गरबा यूनिफॉर्म के साथ तैनात होंगी। असामाजिक तत्वों और छेड़खानी की कोशिश करने वालों पर नजर की जाएगी और उन्हें सबक सिखाया जाएगा। एसीपी मीनी जोसेफ ने बताया कि नवरात्र के दौरान महिलाओं-युवतियों के साथ छेड़खानी की शिकायतें मिलती है। सूरत पुलिस ने इसके लिए 37 शी टीम तैयार किया है। इस टीम की महिला पुलिसकर्मी के साथ पुरुष पुलिसकर्मी भी मौजूद रहेंगे। ये सभी परंपरागत गरबा यूनिफार्म पहने रहेंगे, जिससे सभी पर सूक्ष्म निगरानी की जा सके। छेड़खानी संबंधी किसी भी घटना पर तत्काल कार्रवाई कर आरोपित को पकड़ा जाएगा और जरूरी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा गरबा आयोजन के बाद घर जाती हुईं महिलाओं-युवतियों के साथ किसी तरह की घटना को लेकर पुलिस सभी क्षेत्रों में रात्रि गश्त को तेज करेगी। आम जन के लिए पुलिस हेल्पलाइन भी जारी किया गया है। ऐसी व्यवस्था गुजरात के राजकोट समेत अन्य शहरों के लिए भी की गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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