बापू की पुण्यतिथि पर एमजीसीयू में कार्यशाला का आयोजन

-वैश्विक शांति के अद्वितीय वाहक हैं गांधी: प्रो प्रद्युम्न सिंह

पूर्वी चंपारण,30 जनवरी (हि.स.)। महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि पर गुरुवार को महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के गाँधी व शांति अध्ययन विभाग में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता बीएचयू के प्रोफेसर प्रद्युम्न सिंह ने अहिंसक संचार के गांधीवादी दृष्टिकोण विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गाँधी ने एकेश्वरवाद,वसुधैवकुटुंबकम,सर्वोदय पंचयम व पंचशील का व्यवहारिक स्वरूप प्रदान करके न सिर्फ अपने महात्मा उपनाम को सार्थक बनाया बल्कि जैन,बौद्ध,सनातन कर्म मीमांसा की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए विश्व को सत्य व अहिंसा के वास्तविक स्वरूप का दर्शन भी कराया।

विशिष्ठ व्याख्यान से पहले डॉ असलम ख़ान ने वैश्विक राजनीति में व्याप्त हिंसा का समाधान गांधीय परिप्रेक्ष्य में किए जाने की वकालत की। विषय स्थापना करते हुए डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी ने गांधीजी के अहिंसक आंदोलनों को उनके अहिंसक संचार का माध्यम बताया।इस अवसर पर डॉ नरेंद्र आर्य, डॉ कैलाश प्रधान, डॉ नरेंद्र सिंह, डॉ पंकज सिंह, डॉ ओम प्रकाश, डॉ संजय एवं अन्य प्राध्यापक और विभाग के शोधार्थी और छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग के सहायक आचार्य डॉ अभय विक्रम सिंह ने किया। डॉ जुगल किशोर दधीच ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी कार्यक्रम के समन्वयक रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार

   

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