अमृतसर में पिता ने दृष्टिहीन बेटी को अकेला छोड़ा:हरिद्वार जाने का झांसा देकर यूपी से लाया, 'वापस आता हूं' कहकर चला गया

अमृतसर में एक दृष्टिहीन लड़की सड़क के किनारे बैठी मिली। आल इंडिया पिंगलवाड़ा के एक सदस्य ने टीम को संपर्क किया। जिसके बाद टीम वहां पहुंची और उस लड़की को रेस्क्यू किया। लड़की ने बताया कि उसके पिता यूपी से उसे वहां पर छोड़कर चले गए। जानकारी के मुताबिक अमृतसर के अमनदीप अस्पताल के नजदीक ही एक लड़की सुबह से भूखी प्यासी बैठी थी। लड़की देख नहीं सकती थी और जब रात तक वहीं बैठी रही तो आल इंडिया पिंगलवाड़ा के एक सदस्य ने टीम को संपर्क किया। जिसके बाद टीम वहां पहुंची और लड़की को रेस्क्यू किया। लड़की को संस्था के ब्लॉक में लाई टीम लड़की को रात को टीम अपने साथ संस्था के ब्लॉक में ले गई। आल इंडिया पिंगलवाड़ा चेरिटेबल सोसायटी की प्रधान डॉक्टर इंद्रजीत कौर ने बताया कि लड़की अपना नाम ममता बता रही है और घर का पता उत्तर प्रदेश के पनवारी में बता रही है। पिता सड़क किनारे बैठाकर चले गए ममता के मुताबिक उसके पिता उसे घर से यह कहकर लाए थे कि हरिद्वार जा रहे हैं और फिर उसे जब ट्रेन से उतरे तो एक साइड में बिठाकर बोले कि कुछ देर यहीं रुको मैं वापिस आता हूं। जिसके बाद रात तक वो वापिस नहीं आए और लड़की वहीं बैठी रही। लड़की की मां नहीं, दो बहनें डॉक्टर कौर के मुताबिक ममता ने बताया कि उसकी मां नहीं है और घर में दो बहने हैं। पिता उसे क्यों छोड़ गए और कहां छोड़ गए वो नहीं जानती। उसे किसी का फोन नंबर ही नहीं पता। लड़की बेहद घबराई हुई थी और देख न पाने की वजह से कहीं जा भी नहीं पा सकी। सदमे में लड़की डॉक्टर इंद्रजीत कौर ने बताया कि फिलहाल लड़की उनके पास है और उन्होंने पुलिस स्टेशन में सूचना दे दी है। सोसाइटी की ओर से लड़की की देखभाल की जाएगी। फिलहाल लड़की सदमे में है और वो जब तक ठीक नहीं हो जाती उसे वापिस नहीं भेजा जाएगा। उसके घर का पता लगाया जाएगा और फिर उसके बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा।

   

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