महादेवा महोत्सव के तीसरे दिन क्षेत्रीय कवियों ने काव्य पाठ कर लोगों को किया मंत्र मुग्ध

बाराबंकी, 1 दिसंबर(हि.स.)। महादेवा महोत्सव के तीसरे दिन सांस्कृतिक पंडाल में क्षेत्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसमें क्षेत्रीय कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर लोगों की मंत्र मुग्ध किया। अमरीश अंबर की अध्यक्षता व रवि रुद्रांश के संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन का मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख, नायब तहसीलदार बीडीओ व हनुमानगढ़ी अयोध्या के संत बाबा सौरभ दास ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कवि सम्मेलन की शुरुआत युवा कवित्री अंकिता शुक्ला ने वाणी वंदना हे हंस वाहिनी ज्ञान दायिनी करुणामई माता मां तेरे बिन चैन न आता से किया। अमरीश अंबर ने देश की महिमा का बखान करते हुए यह कहा दक्षिण से गहरा तथा उत्तर से व्योम है हिंदुस्तान अपना संपूर्ण ओम है। डॉ सरमेश शर्मा ने हास्य पैरोडी सुनाकर श्रोताओं को हंसने पर मजबूर कर दिया। हाय हाय मोदी योगी कब जीत हमारी होगी यह चिंता मुझे सताए तुम दोनों के चक्कर में मेरा ब्याह नहीं हो पाए। मनोज मिश्र सीत ने यह कहा मेला महादेवा महोत्सव है भारी प्रशासन मुस्तैद अमला जुटा सरकारी। हरिहर दत्त पांडे ने देश से गद्दारी करने वालों पर पढ़ी गई इस कविता पर पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा। विषैले तक्षकों से कब यहां प्यार होता है करे जो खून मानवता का सदा गद्दार होता है।

कबि प्रमोद पंकज ने अपने युवा अंदाज में कुछ यूं कहा नई-नई साड़ी मुझे लाकर दो बनारस से करवा चौथ मनाने मैं चांद पर जाऊंगी। रणधीर सिंह ने महादेव की पावन भूमि पर कुछ यूं कहा यह धरा परिजातों की है जो दींन हीन शोसित। आकाश सुमन की इस कविता को खूब सराहा महादेवा की सड़कों पर हम झूमें हैं हर हर बम बम बोल सभी हम झूमें हैं। लोधेश्वर महादेव का है आशीष मुझे माता-पिता के चरणों को हम चूमे हैं। कवित्री सुधा सिंह की इन पंक्तियों को श्रोताओं ने खूब सराहा दिल की नगरी मेरी जगमगाने लगी तेरे कदमों की आहट जगाने लगी। इसके अलावा जगन्नाथ निर्दोष सुनील झंझटी आकाश उमंग सहित क्षेत्रीय युवा कवियों ने अपनी काव्य रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा, राजेश त्रिवेदी सहित तमाम गणमान्य श्रोता मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पंकज कुमार चतुवेर्दी

   

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