बिगड़ी व्यवस्थाओं, हड़ताल और अवैध खनन पर जवाब दें मुख्यमंत्री : जयराम ठाकुर

शिमला, 05 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से कई सवाल पूछे हैं और उनसे अनुरोध किया है कि वे बिना झूठ बोले और बिना इधर-उधर की बातें किए इन सवालों का जवाब प्रदेश की जनता को दें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यह स्पष्ट करें कि नेरचौक मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टर हड़ताल पर क्यों हैं और उनकी क्या मांगें हैं।

उन्होंने यह भी सवाल किया कि इन डॉक्टरों को पिछले चार महीनों से स्टाइपेंड क्यों नहीं मिल रहा है, जबकि यह छात्र आमतौर पर गरीब परिवारों से होते हैं और उनके लिए स्टाइपेंड बहुत महत्वपूर्ण होता है।

जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि सरकार की तानाशाही की वजह से न केवल प्रशिक्षु डॉक्टरों, बल्कि आम लोगों को भी मेडिकल कॉलेजों में इलाज में असुविधा हो रही है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि डीएनबी छात्रों को स्टाइपेंड न दिए जाने के कारण नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन एंड मेडिकल साइंसेज ने हिमाचल प्रदेश के कोटे पर रोक लगा दी थी, जिससे प्रदेश को 63 विशेषज्ञ डॉक्टरों से वंचित होना पड़ा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाए और कहा कि हिमाचल में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बेहाल हो चुकी है।

उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि प्रदेश में अवैध खनन के मामले क्यों बढ़ रहे हैं और इन मामलों में किसका संरक्षण है। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध खनन करने वाले लोग बिना डर के खनन कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ अभद्रता करने के मामले भी सामने आ रहे हैं।

इसके साथ ही जयराम ठाकुर ने पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के बारे में भी सवाल उठाए और कहा कि चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों का पालन नहीं हो रहा है।

उन्होंने बताया कि राशन डिपो में कभी दाल नहीं मिलती, कभी तेल नहीं मिलता, कभी चीनी नहीं मिलती और कभी चावल का कोटा नहीं आता। इसके अलावा, दो महीने से खाद्य तेल की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिससे आम उपभोक्ताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री से यह जानना आवश्यक है कि क्या यह अव्यवस्था उनके शासन में हमेशा बनी रहेगी या इसे जल्द समाप्त किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला

   

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