सीयू में वाद विवाद : एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर हुई सार्थक चर्चा

धर्मशाला, 04 अक्टूबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग की डिस्‍कशन एंड डिबेटिंग सोसाइटी ने शुक्रवार को संकाय सदस्यों और शोधार्थियों के लिए एक राष्ट्र, एक चुनाव पर एक वाद-विवाद का आयोजन किया। इस वाद-विवाद का उद्देश्य छात्रों को देश में चल रही राजनीतिक गतिविधियों में शामिल करना और देश की राजनीतिक प्रणाली और संस्कृति की उनकी समझ को समृद्ध करना रहा।

संकाय सदस्य डॉ. विमल कुमार कश्यप ने वाद-विवाद की शुरुआत करते हुए कहा कि हमारे देश में वाद-विवाद कैसे होते थे और एक सार्थक वाद-विवाद में भाग लेने के विभिन्न तरीके क्या हैं। उन्होंने लोकतंत्र में चुनावों के महत्व पर भी जोर दिया और 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। राजनीति विज्ञान विभाग के चार छात्रों रुखसाना भट्ट, पुष्पा राज, रवि रोशन रॉय और अर्चिता छिब्बर ने इस वाद-विवाद में भाग लिया और एक राष्ट्र, एक चुनाव के विभिन्न फायदे और नुकसान बताए।

पुष्पा राज और रुखसाना भट्ट ने प्रस्ताव के पक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किए, जबकि रवि रोशन रॉय और अर्चिता छिब्बर ने प्रस्ताव के विपक्ष में अपनी बात रखी। उन्होंने एक राष्ट्र, एक चुनाव के बहु-आयामी पहलुओं, जिसमें इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और मतदाताओं की मानसिकता पर इसका असर शामिल है, पर विस्तृत चर्चा की। वाद-विवाद के समापन के बाद छात्रों द्वारा उठाए गए प्रश्नों और जिज्ञासाओं का एक समृद्ध और रोचक सत्र हुआ, जो नए विचारों और अभिमतों को सामने लाने में योगदान देता है।

इस संवादात्मक सत्र ने छात्रों की आलोचनात्मक सोच और वाद-विवाद के विषय पर उनकी गहरी समझ को प्रदर्शित किया।

इस कार्यक्रम को राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्षडॉ. जगमीत बावा, सहायक प्रोफेसर डॉ. विमल कुमार कश्यप, डॉ. ज्योति और शोधार्थी जगेश कुमार ने संचालित किया। उन्होंने प्रतिभागियों के साथ गहन राजनीतिक विश्लेषण साझा कर हमारी समझ को और व्यापक बनाया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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