फरीदाबाद में सरकारी एंबुलेंस के लिए चालकों की कमी

56 की जगह सिर्फ 34 ड्राइवर कर रहे काम; निजी वाहनों के सहारे मरीज

फरीदाबाद, 7 अक्टूबर (हि.स.)। फरीदाबाद शहर के सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों तक मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 21 सरकारी एंबुलेंस की व्यवस्था की है। लेकिन इन एम्बुलेंस को चलाने के लिए ड्राइवरों की कमी है। एम्बुलेंस में ड्राइवरों की कमी के चलते लोग मरीजों को अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों तक निजी वाहन, ऑटो रिक्शा या ई रिक्शा का सहारा लेते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एम्बुलेंस चलाने के लिए 56 चालकों की जरूरत है, लेकिन अभी सिर्फ 34 चालक ही काम कर रहे हैं। कमी होने के कारण फिलहाल काम कर रहे चालकों को तय समय से अधिक देर तक काम करना पड़ता है। जिससे उनको सेहत खराब होने का डर बना रहता है। वहीं, चालकों की कमी होने के कारण एक ही एम्बुलेंस को बार बार चक्कर लगाने पड़ते हैं।

इससे मरीज तक एम्बुलेंस पहुंचने में काफी समय लगता है और इलाज में भी देरी होती है। शहर के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को लाने व ले जाने के लिए 21 सरकारी एम्बुलेंस मौजूद हैं। इनमें अलग-अलग वर्ग की एम्बुलेंस शामिल हैं। इनमें दो एम्बुलेंस गंभीर मरीजों को उन्नत चिकित्सा सेवाएं देने वाली हैं। सात एम्बुलेंस बेसिक लाइफ सपोर्ट वाली, जिनमें आपातकालीन, गैर-आपातकालीन और नियमित जांच हो सकती है। सात रोगी परिवहन एम्बुलेंस है, जो बीमार और घायलों को लाने और ले जाने के लिए। जबकि चार किलकारी एम्बुलेंस हैं, जिनमें ज़च्चा बच्चा के लिए और एक न्यूनेटल नवजात बच्चों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एम्बुलेंस है।

सिविल अस्पताल के नोडल ऑफिसर रेफरल ट्रांसपोर्ट के डॉक्टर एमपी सिंह ने कहा कि मरीजों को किसी भी तरह से कोई समस्या नहीं होने दी जाती है। अस्पताल में कुछ ड्राइवर की कमी है, लेकिन इसके लिए अस्पताल के सीनियर डॉक्टर को बताया गया है। सरकार को भी पत्र लिखा गया है, जल्द ही चुनाव के बाद आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद ड्राइवर की भर्ती हो जाएगी। लेकिन मरीज को एम्बुलेंस की जरूरत पड़ती है, तो उन्हें जरूर मुहैया करवा दिया जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर

   

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