मुंबई, 09 दिसंबर (हि. स.) ।कृषि क्षेत्र के लिए एक व्यापक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए एग्रीस्टैक (कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा) योजना लागू की जा रही है ताकि विभिन्न योजनाओं का लाभ ठाणे जिले के किसानों तक जल्दी और प्रभावी ढंग से पहुंचाया जा सके। ठाणे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे ने आज इसे शुरू करने का निर्देश दिया. है। केंद्र सरकार की एग्रीस्टैक योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार, एग्रीस्टैक कृषि क्षेत्र में डेटा और डिजिटल सेवाओं का उपयोग करके पात्र किसानों तक सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ जल्दी और प्रभावी ढंग से पहुंचाने में मदद करने जा रहा है। कृषि विकास अधिकारी एमएम बाकोटिकर ने बताया कि एग्रीस्टैक अवधारणा के क्रियान्वयन हेतु योजना एवं संचालन पर समूह विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी का नियंत्रण होगा। साथ ही सभी ग्राम पंचायतों के माध्यम से कैंप प्लानिंग की जाएगी और किसानों के लिए किसान आईडी तैयार की जाएगी। टीम के कर्मचारी किसानों और उनके खेतों के आधार से जुड़े डेटा सेट के निर्माण में प्राथमिक जिम्मेदारी निभाएंगे। एग्रीस्टैक पहल का उद्देश्य कृषि क्षेत्र के लिए एक व्यापक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार करना है। यह परियोजना सूचित निर्णय लेने, जरूरतमंद किसानों को समय पर सेवाएं प्रदान करने, कृषि गतिविधियों की दक्षता में सुधार करने में सक्षम बनाएगी। विभिन्न किसान और कृषि-केंद्रित योजनाओं की योजना और कार्यान्वयन में सुविधा होगी। विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को लाभ प्रदान करते समय लाभार्थियों की पहचान आधार प्रणाली का उपयोग करके की जाती है। साथ ही, राजस्व विभाग ने अपने प्राधिकारी अभिलेखों और ग्राम मानचित्रों का कम्प्यूटरीकरण पूरा कर लिया है। महाराष्ट्र रिमोट सेंसिंग इंस्टीट्यूट ने राज्य में जमीनों की जियो-रेफरेंसिंग की है। इससे कृषि भूमि की विश्वसनीय अद्यतन जानकारी तुरंत डिजिटल रूप में उपलब्ध होगी ।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा