छात्रों के बीच उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर

- आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल लखनऊ और स्वाबलंबी जागरण मंच मुरादाबाद के तत्वावधान में हो रहा आयोजन

मुरादाबाद, 25 सितम्बर (हि.स.)। मुरादाबाद इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (एमआईटी) रामगंगा विहार मुरादाबाद में बुधवार को छात्रों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के प्रयास में आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल लखनऊ और स्वाबलंबी जागरण मंच मुरादाबाद द्वारा एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। तीन दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर के दूसरे बुधवार को छात्रों के बीच उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया गया।

लखनऊ के विशेषज्ञों ने आज स्टार्टअप टू स्टार्ट/उद्यमिता शीर्षक से एक आकर्षक सत्र आयोजित किया। यह सत्र सीएसई, सीएसई , सीएसई (एआई और एमएल), सीएसई (डेटा साइंस), ईसी, सीई, ईई, एमई सहित विभिन्न बीटेक कार्यक्रमों के छात्रों के साथ-साथ बीबीए कार्यक्रम के छात्रों के लिए था।

कार्यक्रम की शुरुआत आईबीएस गुरुग्राम में संकाय और क्षेत्र समन्वयक डा. रीनू कलानी, निदेशक डॉ रोहित गर्ग, डॉ अनिमेष अग्रवाल, डा. क्षितिज सिंघल, डा राजुल मिश्रा, डॉ मनीष सक्सेना, डॉ मनीष गुप्ता और डा मुनीश छाबड़ा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। आईबीएस लखनऊ के अधिकारी दिलीप शर्मा वरिष्ठ प्रबंधक और सूर्या शर्मा भी उपस्थित रहे।

विशेषज्ञ वक्ता डा. रीनू कलानी ने स्टार्टअप रणनीतियों, उद्यमशीलता चुनौतियों और वर्तमान पारिस्थितिकी तंत्र में अवसरों पर केंद्रित एक व्यावहारिक बातचीत दी। सत्र में छात्रों के बीच उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया और उन्हें यह समझने में मदद की कि अपने नवीन विचारों को जीवन में कैसे लाया जाए।

दोपहर के सत्र में डा. रीनू कलानी ने एमआईटी संकाय सदस्यों के लिए सर्वोत्तम शैक्षणिक अभ्यास और पारंपरिक शिक्षण पद्धति के लाभ विषय पर एक विशेष सत्र आयोजित किया। कार्यक्रम का संचालन रिचा सक्सेना व डा अमित सक्सेना द्वारा किया गया।

एमआईटी निदेशक डा. रोहित गर्ग ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं उन्हें स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रवेश चंद्रा, बिंदु रानी, शिवानी अग्रवाल एवं सुचिता सक्सेना का विशेष योगदान रहा।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल

   

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