उत्तराखंड : शहीदों के सम्मान में झुके शीश, राज्यपाल ने दी प्रेरणा 

देहरादून, 06 दिसंबर (हि.स.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने भारतीय सशस्त्र सेना झण्डा दिवस की पूर्व संध्या पर देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने सैनिकों, पूर्व सैनिकों, उनके परिवारों और प्रदेश एवं देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।

राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि यह दिन हमारे सशस्त्र बलों की वीरता और उनके अद्वितीय योगदान को याद करने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि वीर सैनिक किसी भी देश की सबसे बड़ी संपत्ति होते हैं। यह दिवस हमें उनके बलिदान और देशभक्ति से प्रेरणा लेने का संदेश देता है।

राज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि सैनिकों के त्याग, तपस्या और बलिदान से ही देश की सुरक्षा और अखंडता सुनिश्चित होती है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1949 से यह दिवस मनाया जा रहा है और इसे भारतीय सशस्त्र बलों के सम्मान और उनके कल्याण के प्रति समर्पण के रूप में मनाया जाता है।

पुण्य कार्य में सहभागी बनने के लिए किया प्रेरित

राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि भारतीय सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर हम सभी अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार योगदान दें। आपकी यह छोटी सी सहायता शहीद और घायल सैनिकों के परिवारों के लिए एक बड़ा संबल बन सकती है और उन्हें यह एहसास दिला सकती है कि पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने सभी को इस पुण्य कार्य में सहभागी बनने के लिए प्रेरित किया और इसे सैनिकों व उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एक अनूठा अवसर बताया।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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