तेलंगाना के राज्य सचिवालय में तेलंगाना थल्ली की प्रतिमा स्थापित
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- Dec 09, 2024
हैदराबाद, 9 दिसंबर (हि.स.)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना की माता की प्रतिमा के अनावरण का यह दिन (9 दिसंबर) इतिहास में दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के इतिहास और संस्कृति का कई वर्षों से उपहास किया जाता रहा है। रेवंत ने राज्य सचिवालय के परिसर में मां तेलंगाना की प्रतिमा के अनावरण पर आयोजित एक बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिन दिनों तेलंगाना आंदोलन जोरों पर था, हर कोई 'टीजी' लिखता था और गाड़ियों और दफ्तरों पर भी यही लिखा होता था लेकिन पिछली सरकार ने 'टीजी' की जगह 'टीएस' अक्षर डालकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की इच्छा के अनुसार 'टीएस' को 'टीजी' में बदल दिया है। आंदोलन के दिनों में जहां भी सुना...'जय जयहे तेलंगाना' ही सुनाई देता था लेकिन राज्य बनने के बाद इस गीत को सम्मान नहीं मिला। इसीलिए हमने 'जयजयहे तेलंगाना' को राष्ट्रगान घोषित किया।' दस साल तक तेलंगाना की धरती के साथ भेदभाव किया गया।
सीएम ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस सरकार संकटग्रस्त प्रदेश को कल्याण की ओर ले जा रही है। कई कवियों और कलाकारों ने आंदोलन की रीढ़ बनाई। उन्होंने अपने गीतों से तेलंगाना आंदोलन को उत्साहित किया। उनकी पहचान किए जाने की आवश्यकता है। इसीलिए हम शहीद स्तूप के वास्तुकार एक्का यदागिरी का सम्मान कर रहे हैं। उनके पास 300 गज जमीन, रु. हम करोड़ों नकदी सौंप रहे हैं,''
इसी संदर्भ में उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क ने कहा कि 9 दिसंबर बहुत विशेष है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य की स्थापना के मुद्दे पर केंद्र की ओर से पहली घोषणा 9 दिसंबर को हुई थी। उन्होंने कहा कि उन्हें सिंचाई पानी, निधि और नियुक्तियों के लिए अलग राज्य तो मिल गया लेकिन पिछले दस साल में वे आकांक्षाएं पूरी नहीं हुईं। ऐसा लग रहा था कि लोगों ने साढ़े नौ साल बिना आजादी के हिरासत में बिताए।
पूर्व चंद्रशेखर राव की सरकार ने राज्य को भारी कर्ज में धकेल दिया और इसे वित्तीय संकट की और कठिन बना दिया। भारी कर्ज में डूबे होने के बावजूद हमने कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए हैं। हमने महिलाओं के लिए निःशुल्क बस यात्रा की सुविधा प्रदान की है। हमने किसान ऋण माफी के तहत 21 हजार करोड़ रुपये दिये हैं। सरकार कर्मचारियों को वेतन देने में सक्षम नहीं होने की स्थिति में आ गई। भारी कर्ज में डूबे होने के बावजूद हमने कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए हैं। पिछली सरकार ने दस साल तक विद्यार्थियों का डाइट शुल्क नहीं बढ़ाया। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद आहार शुल्क एक साथ 40 फीसदी बढ़ा दिया गया। भट्टी ने कहा कि पिछली सरकार ने गुरुकुलों के लिए भी उचित भवन नहीं बनाए।
बतादें कि सरकार ने तेलंगाना तल्ली के संदर्भ में एक आदेश जारी कर आधिकारिक तौर पर तेलंगाना माता की मूर्ति को मंजूरी दे दी है। तेलंगाना ने हर साल 9 दिसंबर को मां अवतरण उत्सव मनाने का फैसला किया है। चूंकि तेलंगाना मा राष्ट्रीय अस्तित्व और स्वाभिमान की प्रतीक है, तेलंगाना थल्ली तेलंगाना के लोगों के लिए एक प्रतिकात्मक मूर्ति हैं।
तेलंगाना की रेवंत रेड्डी सरकार ने 'तेलंगाना थल्ली' की प्रतिमा के अनावरण के लिए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के जन्मदिन को चुना है। अब इस पर राज्य में विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी और बीआरएस ने मूर्ती का डिजाइन बदलने पर आपत्ति जताई है। बीआरएस ने इसके खिलाफ कोर्ट का रुख भी किया।
सरकारी आदेश में घोषणा की गई कि इस प्रतिमा को जिम्मा छवि को विकृत करना और उसे अलग तरीके से दिखाना निषिद्ध है। सार्वजनिक रूप से या सोशल मीडिया पर शब्दों या कार्यों से तेलंगाना माता की छवि का अनादर करना, तोड़फोड़ करना, जलाना, मजाक उड़ाना, अपमानित करना अपराध माना जाएगा। सरकार ने कहा है कि तेलंगाना माता आविष्ककरण का उत्सव 9 दिसंबर को राज्य, जिला और मंडलों के सरकारी कार्यालयों में एक आधिकारिक कार्यक्रम के रूप में मनाया जाना चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव