आज भारत अपने ज्ञान, परंपरा एवं सदियों पुराने उपदेशों के आधार पर आगे बढ़ रहा है : नरेन्द्र मोदी
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- Dec 09, 2024
-प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद में रामकृष्ण मठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से किया संबोधन
-मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में रामकृष्ण मठ के भोजनालय, संत आवास एवं प्रार्थना खंड का उद्घाटन किया
अहमदाबाद, 09 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद जिले में साणंद तहसील के लेखंबा स्थित रामकृष्ण मठ द्वारा सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। मोदी ने इस अवसर पर कहा कि आज का भारत अपने ज्ञान, परंपरा व सदियों पुराने उपदेशों के आधार पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आधुनिक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत के हाल में बढ़ रहे वर्चस्व पर बल देते हुए कहा कि आधुनिक विज्ञान के बहुत ही समर्थक स्वामी विवेकानंद मानते थे कि विज्ञान का महत्व केवल वस्तुओं या घटनाओं के वर्णन तक सीमित नहीं है, बल्कि हमें प्रेरित करने एवं आगे ले जाने में भी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को विश्व का तीसरी सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने, विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में कदम, ढांचागत सुविधाओं के क्षेत्र में आधुनिक निर्माण तथा भारत द्वारा वैश्विक चुनौतियों के समाधान प्रदान किए जाने जैसी अनेक उपलब्धियों से भारत की पहचान को मान्यता मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद मानते थे कि युवा शक्ति देश की रीढ़ है। युवाओं की शक्ति के विषय में स्वामी विवेकानंद के उद्गारों का उल्लेख करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब समय आ गया है और हमें यह जिम्मेदारी उठानी होगी। उन्होंने कहा कि भारत ने आज अमृतकाल की नई यात्रा शुरू की है और विकसित भारत का अचूक लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हमें निर्धारित समयसीमा में यह लक्ष्य प्राप्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सबसे युवा राष्ट्र है। उन्होंने आगे कहा कि आज भारत के युवाओं ने दुनिया में अपनी क्षमता तथा क्षमता का प्रमाण दिया है तथा भारत की युवा शक्ति ही विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर रही है और उन्होंने ही भारत के विकास की जिम्मेदारी संभाली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के पास समय व अवसर हैं। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के प्रत्येक क्षेत्र में नेतृत्व के लिए युवाओं को तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी व अन्य क्षेत्रों की तरह हमारे युवाओं को देश की राजनीति में भी नेतृत्व करने की जरूरत है।
उन्होंने इस अवसर पर अपने संकल्प का उल्लेख किया कि आगामी समय में 01 लाख प्रतिभाशाली व ऊर्जावान युवाओं को राजनीति में लाने के सरकार का संकल्प है। उन्होंने कहा कि ये युवा 21वीं शताब्दी की भारतीय राजनीति तथा देश के भविष्य का नया चेहरा बनेंगे। उन्होंने अध्यात्म तथा सातत्यपूर्ण विकास पर बल देते हुए कहा कि पृथ्वी को श्रेष्ठ बनाने के लिए याद रखने योग्य दो महत्वपूर्ण विचार हैं। इन दोनों विचारों के बीच समन्वय साधकर हम अधिक अच्छे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद अध्यात्म के व्यावहारिक पहलू पर बल देते थे तथा समाज की आवश्यकताएं पूर्ण कर सकने वाला अध्यात्म चाहते थे। विचारों की शुद्धता के साथ स्वामी विवेकानंद आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने पर भी बल देते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्थिक विकास, सामाजिक कल्याण एवं पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखकर स्थायी विकास का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लेखंबा स्थित रामकृष्ण मठ के संत निवास, भोजनालय तथा प्रार्थना खंड का उद्घाटन किया और इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंदजी का गुजरात के साथ अनन्य नाता है। स्वामी विवेकानंद गुजरात में रहे। यह गुजरात का सौभाग्य है। स्वामीजी का जीवन चरित्र लोगों तक पहुंचाने के लिए राज्य में 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्वामी विवेकानंद टूरिस्ट सर्किट का विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने राज्यभर में स्थित विभिन्न रामकृष्ण मठों की गतिविधियों, समाजोपयोगी कार्यों तथा राजकोट के ऐतिहासिक रामकृष्ण मठ के सांस्कृतिक महत्व की पृष्ठभूमि दी।
रामकृष्ण मिशन तथा रामकृष्ण मठ, बेलूक के अध्यक्ष स्वामी गौतमानंदजी महाराज भी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में विधायक कनुभाई देसाई, जिला पंचायत अध्यक्ष कंचनबा वाघेला, गुजरात साहित्य अकादमी के महामात्र जयेन्द्रसिंह जादव, रामकृष्ण मिशन से जुड़े संतगण तथा अनुयायी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय