केंद्र से चंडीगढ़ के बजाए दिल्ली में जल्द बैठक की मांग
चंडीगढ़, 20 जनवरी (हि.स.)। पंजाब के शंभू बॉर्डर से किसान अब मंगलवार को दिल्ली में कूच नहीं करेंगे। किसानों ने केंद्र सरकार से बैठक के लिए मिले न्यौते के बाद अपने कूच का फैसला टाल दिया है। उनके इस फैसले से यह साफ हो गया है कि अब किसान केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने के लिए एक मंच पर आ सकते हैं।
किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने सोमवार को शंभू बॉर्डर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फिलहाल दिल्ली कूच का फैसला टाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 14 फरवरी से पहले बैठक करे। ये बैठक चंडीगढ़ की बजाए दिल्ली में होनी चाहिए।
फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी कानून समेत अन्य मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने आज पंजाब-हरियाणा समेत देशभर में लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के आवास का घेराव करने का ऐलान किया था। केंद्र से बातचीत का न्याैता मिलने के बाद एसकेएम ने कहा कि सभी किसान घेराव करने की बजाय ई-मेल के जरिए सांसदों को मांगों का ज्ञापन भेजें। 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे।
एसकेएम नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा था कि सांसदों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक संदेश भेजने का प्रयास किया जाएगा, ताकि किसानों से जल्द बातचीत शुरू हो सके। केंद्र सरकार की और से 14 फरवरी को बातचीत का प्रस्ताव आने के बाद भी डल्लेवाल ने साफ कर दिया है कि वे एमएसपी पर गारंटी कानून लागू न होने तक कुछ नहीं खाएंगे
और उनका अनशन जारी रहेगा। इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन सोमवार को 56वें दिन भी जारी रहा।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा