कानपुर, 01 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में चल रही उत्तर पूर्वी हवा की दिशाएं गुरुवार को बदलकर पछुआ हो गईं। हवा के चलते ही 24 घंटे के अंतराल में उत्तर प्रदेश के मौसम में बदलाव आ गया और अधिकतम व न्यूनतम तापमान गिर गये। रात के तापमान गिरने से लोगों को हल्की सर्दी का एहसास होने लगा। मौसम विभाग का कहना है कि यह सर्द हवाएं आगामी दिनों मौसम को और प्रभावित करेंगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि मानसून इस वर्ष देर से वापस हुआ है। मानसून वापसी के बाद कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहा और धूप खिलने से लगातार तापमान सामान्य से अधिक चल रहा था। जबकि दीपावली तक आमतौर पर मौसम में बदलाव हो जाता है और गुलाबी सर्दी पड़ने लगती है। इसके पीछे पछुआ हवाएं अहम कारक रहती हैं और गुरुवार से यह हवाएं चलने लगी। इन सर्द भरी हवाओं के चलने से गंगा के मैदानी इलाकों का तापमान गिर गया। रात का तापमान व दिन के तापमान में क्रमश: दो—दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। इसका असर दिन में तो अधिक नहीं रहा, लेकिन रात में लोगों को हल्की सर्दी एहसास होने लगी। आगामी दिनों यह हवाएं गगां के मैदानी इलाकों में सर्दी को बढ़ाएंगी।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 33.8 और न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 86 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 49 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.7 किमी प्रति घंटा रही।मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में आगामी पांच दिनों में आसमान साफ रहने के कारण बारिश की कोई संभावना नहीं है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह