मंडी में टैंट स्टोर व कारखाना में भड़की आग, 60 लाख का नुकसान

मंडी, 26 जनवरी (हि.स.)। मंडी शहर के सौली खड्ड स्थित औद्योगिक क्षेत्र में टैंट हाउस के एक स्टोर व कारखाना में अचानक लगी आग ने 60 लाख से भी अधिक का सामान जलकर राख हो गया। गनीमत यह रही कि कुछ ही देर पहले इस स्टोर में काम कर रही टैंट हाउस वाली की कर्मचारियों की टीम कहीं बुलावे पर चली गई थी अन्यथा कोई जानी नुकसान भी हो सकता था।

आज दोपहर लगभग डेढ़ बजे अचानक लोगों ने औद्योगिक क्षेत्र फेस टू के प्लाट नंबर 17 में लगे चार शट्टरों में से काला धुआं निकलते देखा तो मालिक व फायर बिग्रेड को फोन किया। कुछ ही देर में फायर बिग्रेड की एक गाड़ी और फिर कुछ देर बाद दूसरी गाड़ी मौका पर पहुंची तथा आग को बुझाने का काम शुरू किया। चूंकि टैंट हाउस के स्टोर व लेमीनेशन सामान वाले कारखाने में अधिकतर ज्वलनशील सामग्री जिसमें गद्दे, कपड़े व प्लास्टिक आदि था ने तेजी से आग पकड़ी और यह फैलती गई। इसी बीच आग बुझाते बुझाते जब फायर टैंडरों का पानी खत्म हो गया तो इस स्टोर के सामने ही लगाए गए फायर हाइड्ैंड को खोल कर पानी भरने का प्रयास किया गया मगर यह सूखा निकला।

मौजूद लोगों ने इसके लिए जल शक्ति विभाग को फोन घुमाया और मोतीपुर जल ग्रहण टैंक से पानी भी रिलीज करवाया गया मगर यहां पानी नहीं पहुंचा। लोगों ने इस बारे में एसडीएम सदर को भी फोन करके पानी रिलीज करवाने की गुहार लगाई। बाद में बताया गया कि यह क्षेत्र व फायर हाइड्ैंड जल शक्ति विभाग के अधीन न होकर उद्योग विभाग के अधीन है और फायर हाइड्ैंड तो लगा दिए गए हैं मगर अभी तक इसे पानी की सप्लाई भी नहीं दी गई। पानी ने मिलने के चलते दमकल टैंडर पानी भरने के लिए शहर गए और इसमें काफी समय लग गया। बाद में आग बुझाने का काम शुरू हुआ तथा साथ लगते उद्योगों के भवनों तक इस आग को फैलने से बचा लिया गया। यही नहीं टेंट हाउस में चार स्टोरों में दो को भी आग की चपेट में आने से बचा लिया गया जिससे यह नुकसान 60 लाख के लगभग तक सीमित हो गया।

स्थानीय पार्षद राजेंद्र मोहन ने भी मौके पर पहुंच कर जायजा लिया तथा राहत कार्य में सहयोग किया। पड़ोसी उद्योग मालिक खुशहाल ठाकुर ने बताया कि बड़ी मशक्कत से इस आग को उनके उद्योग तक आने से रोक लिया गया। उन्होंने फायर हाइड्ैंड में पानी न होने पर विभाग की लापरवाही को लेकर चिंता जताई।

कम्फर्ट टैंट हाउस के मालिक गुरजिंदर सिंह खरबंदा ने बताया कि कुछ ही देर पहले यहां पर काम कर रहे कर्मचारियों को बुला लिया गया था जिससे जानी नुकसान होने से बच गया। उन्होंने बताया कि आरंभिक आकलन के अनुसार 60 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। आग लगने का कारण बिजली का शॉट सर्किट ही हो सकता है। औद्योगिक क्षेत्र में सूखे फायर हाइड्ैंड होना अपने आप में बड़े सवाल खड़ा कर गया है। इस हादसे ने विभाग की पोल खोल दी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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