मतदान करने के बाद दो लोगों ने आतंकी संगठनों में शामिल हुए अपने बेटों से घर लौट आने की अपील की

बारामूला, 1 अक्टूबर (हि.स.)। बारामूला जिले के सोपोर शहर में मंगलवार को लोगों की भारी भीड़ जम्मू-कश्मीर चुनाव के अंतिम चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कतार में खड़े हैं। इस सबके बीच ब्राथ कलां इलाके में मतदान केंद्र पर दो लोगों ने अपना मतदान करने के बाद अपने बेटों से अपील की कि वे घर लौट आएं जो उनके अनुसार आतंकवादी रैंक में शामिल हो गए हैं।

गुलाम हसन मीर जिसका बेटा उमर कुछ साल पहले आतंकवाद में शामिल हो गया था के लिए मतदान एक ऐसा अवसर है जो लोग बंदूक और ग्रेनेड के ज़रिए हासिल नहीं कर सकते। मीर ने आंसू बहाते हुए कहा कि मैं अपने बेटे उमर से घर लौटने और हमारे साथ शांतिपूर्ण जीवन जीने का आग्रह करता हूं। हथियार उठाने से हमें कुछ नहीं मिलेगा। पिछले 30 सालों से बंदूकों ने कई लोगों की जान ली है और कई पिताओं और माताओं के सपनों को चकनाचूर कर दिया है।

उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि वह अखबारों में मेरे शब्द पढ़ेगा या सोशल मीडिया पर सुनेगा। मुझे पता है कि उसका दिल पिघल जाएगा। मुझे पता है कि वह रोएगा भी। लेकिन मुझे नहीं पता कि इससे वह फिर से अपने माता-पिता के पास लौट पाएगा या नहीं।

उन्होंने कहा कि मैं अपने बेटे से अनुरोध करता हूं कि वह सेब का पारिवारिक व्यवसाय संभाले और शांतिपूर्ण जीवन जिए। मीर के साथ एक अन्य व्यक्ति मोहम्मद हमजा भी था। हमजा का बेटा बिलाल भी आतंकवादी रैंक में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर मेरा वोट मेरे बेटे को वापस लाता है, तो मैं इस अवसर को कभी नहीं छोड़ूंगा। मैं बार-बार वोट करूंगा और मैं अपने बेटे बिलाल से घर वापस लौटने की अपील करता हूं।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता

   

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