हरियाणा के मंत्रियों ने डाला दिल्ली में डेरा
दिल्ली से लगती है हरियाणा के चार जिलों की सीमाएं
चंडीगढ़, 08 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी देश की राजधानी दिल्ली में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान हरियाणा के मॉडल को उभारेगी। पार्टी ने हरियाणा के अधिकतर मंत्रियों व संगठन के नेताओं को दिल्ली में हलका स्तर पर तैनात कर दिया है।
राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार जोरों पर है। पहले भी केंद्र की यूपीए व भाजपा सरकार हरियाणा की योजनाओं को दिल्ली में मॉडल बनाकर पेश करती रही हैं। अब तीसरी बार हरियाणा में सरकार गठन के बाद भाजपा खासी उत्साहित है। दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने भी हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उत्तरी व मध्य हरियाणा ही नहीं बल्कि दिल्ली से सटे दक्षिण हरियाणा के जिलों में भी उसका कहीं भी खाता नहीं खुल पाया।
हरियाणा के झज्जर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत जिले पूरी तरह से दिल्ली के साथ सटे हुए हैं। इन जिलों का दिल्ली पर पूरा प्रभाव रहता है। भाजपा हरियाणा में पिछले 10 वर्षों में हुए विकास कार्यों को दिल्ली में भुना रही है। पार्टी की तरफ से हरियाणा के कैबिनेट मंत्री महीपाल ढांडा, कृष्ण लाल पंवार,कृष्ण बेदी, विपुल गोयल, गौरव गौतम, राजेश नागर की बकायदा ड्यूटियां लगाई गई हैं। इसके अलावा हरियाणा के राज्य सभा सांसद सुभाष बराला, किरण चौधरी, कार्तिकेय शर्मा भी दिल्ली चुनाव में ड्यूटी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी भी दिल्ली में हो रही बैठकों में शामिल हो रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली स्वयं दिल्ली चुनाव में ड्यूटी दे रहे हरियाणा के नेताओं को मॉनिटर कर रहे हैं।
हरियाणा में 19 जनवरी को हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के चुनाव है। जिसके साथ प्रदेश के करीब दस जिले जुड़े हुए हैं। इसके अलावा यहां निकाय चुनाव भी प्रस्तावित हैं। इसके बावजूद हरियाणा भाजपा के नेता दिल्ली में आम आदमी पार्टी का विजय रथ रोकने के लिए दिनरात एक किए हुए हैं।
दिल्ली में कई हल्कों की जिम्मेदारी संभाल रहे हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी के अनुसार पूरे देश की तरह दिल्ली के लोगों ने भी इस बार भाजपा के साथ चलने का मन बना लिया है। बेदी ने कहा कि वह जिस भी हलके में जा रहे हैं, वहां जनसमर्थन मिल रहा है। आम आदमी पार्टी के हाथ से अब दिल्ली निकल रहा है। दिल्ली की जनता भ्रष्टाचार व प्रदूषण से परेशान है। यहां की जनता अब बदलाव चाहती है। बदलाव में केवल भाजपा ही राजनीतिक विकल्प है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा