- आराेप लगाया गया है कि टॉपरों को किया बाहर तो कम अंक वाले बनेंगे अफसर
चंडीगढ़, 6 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन की निकाली गई आयुर्वेदिक मेडिकल अफसर की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए हरियाणा के विभिन्न जिलों से चंडीगढ़ पहुंचे दर्जनों युवाओं ने अपनी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में घोटाले का आरोप लगाया है। युवाओं का आरोप है कि विभिन्न परीक्षाओं के टॉपरों को जानबूझकर भर्ती परीक्षा में फेल कर दिया गया है। युवाओं ने हरियाणा के राज्यपाल व राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इस भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। इस मामले में दायर याचिका पर हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 18 फरवरी को होगी।
प्रदेश में युवाओं की भर्तियों के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली श्वेता ढुल्ल ने सोमवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि एचपीएससी ने करीब 12 साल बाद 805 आयुर्वेदिक मेडिकल अफसरों के पदों पर भर्तियां शुरू की गई हैं। जिसमें कम अंक वालों को चयन कर दिया गया है और अधिक अंक वालों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इसके लिए 18 हजार अभ्यर्थियों ने पहला पेपर दिया जो 100 अंकों का ऑब्जेक्टिव पेपर था। इसका परिणाम 9 अक्टूबर 2024 को जारी किया गया।
इसमें 25 प्रतिशत अंक वाले को ही अगले पेपर में बैठने का मौका दिया गया। इसके बाद 17 नवंबर को सब्जेक्ट नॉलेज टेस्ट लिया गया। जिसका परिणाम तीन दिसंबर को जारी किया गया। इसमें 35 प्रतिशत अंक लेने अनिवार्य थे। उन्होंने कहा कि सौ सवालों में से एक भी सवाल हरियाणा से संबंधित नहीं था। दूसरे पेपर में 912 अभ्यर्थियों को पास दिखाया गया। इस पेपर में हरियाणा के यूनिवर्सिटी टॉपर, गोल्ड मेडलिस्ट, पीजी स्कॉलर, कॉलेजों में पढ़ा रहे प्रोफेसर तक को फेल दिखा गया है।
डॉ.कविता कुमारी नामक एक ऐसी महिला को फेल दिखाया गया जो कई परीक्षाओं में टॉप के अलावा इस समय आईआईटी दिल्ली से पीएचडी कर रही है। ऐसे बच्चों को फेल दिखाया गया है जिन्होंने स्क्रीनिंग टेस्ट में 80 प्रतिशत तक अंक हासिल किए हैं। महज 25 से 30 अंक लेने वालों को पास दिखाया गया है। श्वेता ढुल्ल के साथ यहां पहुंची डॉ.तमन्ना लोहचब पीजीआईएमएस की टॉपर रही है। डॉ.स्वाति रहेजा के स्क्रीनिंग टेस्ट में 75.81 प्रतिशत अंक आए हैं।
डॉ.अंकित लाकड़ा, डॉ. हार्दिक, डॉ.अभिलाषा कई परीक्षाओं में टॉप कर चुके हैं। एएमओ की परीक्षा में फेल हुए अभ्यर्थियों ने कहा कि उनकी मांग पर एचपीएससी द्वारा न तो उत्तर पुस्तिकाएं दिखाई जा रही हैं और न ही आरटीआई में कोई जवाब दिया जा रहा है। हरियाणा के विभिन्न जिलों से चंडीगढ़ पहुंचे अभ्यर्थियों ने एएमओ परीक्षा में घोटाले का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा