हिसार : एचएयू में  पाैने दाे कराेड़ से  वेजिटेबल ग्राफ्टिंग यूनिट तैयार

मुख्य सचिव विवेक जोशी करेंगे करेंगे नवनिर्मित वेजिटेबल ग्राफ्टिंग यूनिट का उद्घाटन शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को किया जाएगा पुरस्कृतहिसार, 4 जनवरी (हि.स.)। राज्य के मुख्य सचिव विवेक जोशी रविवार को एचएयू में नवनिर्मित वेजिटेबल ग्राफ्टिंग यूनिट का उद्घाटन करेंगे। इसके इलावा मुख्य सचिव शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव-2025 में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों पुरस्कृत भी करेंगे।एचएयू कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने शनिवार को बताया कि नवनिर्मित वेजिटेबल ग्राफ्टिंग यूनिट की स्थापना राष्ट्रीय कृषि विकास योजना रफ्तार परियोजना के तहत एक कराेड़ 75 लाख की लागत से की गई है। कुलपति ने बताया कि सब्जियों में ग्राफ्टिंग तकनीक एक अनूठी बागवानी तकनीक है, जिसमें दो अलग-अलग पौधों को एक साथ जोड़ कर एक नया पौधा विकसित किया जाता है। किसान इस तकनीक को सीखकर उच्च श्रेणी की नर्सरी तैयार कर सकेगा और किसानो को कई बीमारियों से बिना रसायन निजात मिल सकेगा। सब्जियों की ग्राफ्टिड पौध तैयार करने की विधिइस यूनिट में ग्राफ्टिंग करने के लिए हाइटेक ग्रीन हाउस सहित छह ढांचों का निर्माण किया गया है। हकृवि की आधुनिक ग्राफ्टिंग यूनिट में फैनपैड पॉलीहाउस, ग्रीन हाउस सहित नर्सरी, अंकुरण चैम्बर, स्टोर रूम, लैबोरेटरी, पैकिंग हाउस व प्रशिक्षण हाल शामिल है। इसके इलावा पांच टनल भी बनाई गई है जिसमें रूट स्टॉक की स्क्रीनिंग भी की जा सकती है।ग्राफ्टिड पौध तैयार करने की विधि में अंकुरण चैंबर में नियंत्रित परिस्थितियों में किसी भी मौसम में बीज का अंकुरण करवाया जाता है। अंकुरित होने के बाद पौध को नर्सरी में 30 दिन के लिए रखा जाता है जिससे पौध तैयार हो जाती है। तैयार पौध की ग्राफ्टिंग के लिए उसे ग्राफ्टिंग चैंबर सहित पॉलीकार्बोनेट नर्सरी ढांचे में आठ दिन के लिए रखा जाता है। उसके उपरांत तीन दिन के लिए ग्राफ्टिड पौध की हार्डनिंग नर्सरी में करवाई जाती है। यह 11 दिन की प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत ग्राफ्टिड पौध रोपाई के लिए तैयार हो जाती है। अब तैयार पौध को फैनपैड पॉलीहाउस या ग्रीन शैड नेट या कीट मुक्त नैट हाउस में लगा सकते है। किसान के पास उपलब्ध किसी भी संरक्षित खेती के ढांचें में ग्राफ्टिड पौध को लगाया जा सकता है। कद्दू वर्गीय फसलों की ग्राफ्टिंड पौध की रोपाई खुले खेत में की जा सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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