जींद : मिलकर चलाएंगे पुराने गन्ना किसानों को शुगर मिल से जोडऩे की मुहिम: डॉ अरविंद शर्मा

जींद, 5 दिसंबर (हि.स.)। सहकारिता, कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी में हरियाणा किसानों को आर्थिक तौर पर सम्पन्न बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। आज हरियाणा सरकार न केवल किसानों का दाना-दाना खरीद रही है बल्कि 72 घंटे के अंदर उसका भुगतान भी कर रही है। हमें मिलकर पुराने किसानों को दोबारा से शुगर मिल से जोडऩे के लिए मुहिम चलानी है। जिसमें शुगर फेडरेशन, मिल प्रबंधन और जनप्रतिनिधि मिलकर काम करेंगे।

गुरूवार को को सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने झांझ कलां स्तिथ द जींद सहकारी चीनी मिल जींद के 40वें पेराई सत्र 2024-25 का हवन में आहुति डाल कर व मिल चेन पर गन्ना डालकर विधिवत तौर पर शुभारंभ किया। कैबिनेट मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि गन्ना पेराई सत्र किसानों के लिए उत्सव की तरह होता है। चार दशक पुरानी जींद शुगर मिल से किसानों का पुराना जुड़ाव रहा है। आज हमें गन्ने के होते रकबे को बढ़ाने के लिए सभी पुराने गन्ना उत्पादकों को जोडऩे का काम करना होगा। उन्होंने शुगर फेडरेशन के अधिकारियोंए मिल प्रशासन के साथ.साथ जनप्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि वो किसानों को गन्ना बिजाई के लिए प्रेरित करें। विशेषकर जो किसान पहले गन्ना उत्पादन कर चुके हैंए उन्हें अपने साथ नए सत्र में जोडऩे के लिए मिलकर काम करना होगा।

सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि आज हरियाणा न केवल किसानों को बेहतर गन्ना भाव दे रहा है, अपितु समय पर भुगतान की भी व्यवस्था कर रहा है। उन्होंने कहा कि जींद शुगर मिल प्रबंधन 15 दिन की बजाय एक सप्ताह में किसानों को गन्ना फसल का भुगतान करने का प्रयास करेंए ताकि किसानों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। दी जींद सहकारी चीनी मिल गन्ना किसानों के हितों में निरंतर कार्य कर रही है। हरियाणा शुगर मिल्ज के चेयरमैन धर्मबीर डागर ने कहा कि प्रदेश के शुगर मिलों को मॉर्डन बनाने के लिए सरकार अथक प्रयास कर रही है। गन्ना उत्पादक किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार द्वारा मजबूत कदम बढ़ाये जा रहे हैं। इसके लिए चीनी मिलों का सुचारू संचालन बेहद जरूरी है। जिसके लिए नये प्रयोग और प्रयास किये जा रहे हैं। गन्ना उत्पादकों की आमदनी बढ़ाने के लिए हरियाणा की सभी चीनी मिलों में एथनॉल प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के पुराने गन्ना किसानों को मिल से जुडऩा होगा और गन्ना की बिजाई के लिए प्रेरित करना होगा। किसानों को निर्धारित समय सीमा से कम समय में गन्ने की पेमेंट करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा

   

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