- मुख्यमंत्री गुरु भगवंतों के साथ पैदल चलकर देरासर से महोत्सव स्थल तक पहुंचे
गांधीनगर, 5 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल गुरुवार को गांधीनगर जिले के रांचरडा गांव में पहली बार द्रविड़ शैली में निर्मित विशिष्ट कलाकृति युक्त अद्भुत और अद्वितीय वास्तुकला वाले पार्श्व प्रेम जिनेश्वर धाम में आयोजित अंजन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए।
11 दिवसीय महामंगलकारी महोत्सव के सातवें दिन मुख्यमंत्री ने श्री पार्श्वनाथ प्रभु के देरासर (मंदिर) में जाकर पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री गुरु भगवंतों के साथ देरासर से चलकर महोत्सव स्थल तक पहुंचे। श्री पार्श्व प्रेम 24 जिनेश्वर धाम के प्रीत प्रेरक गुरु प्रेम के आजीवन चरणोपासक परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद विजय कुलचंद्र सूरीश्वरजी म.सा. ने मुख्यमंत्री को रक्षा सूत्र बांधा।
मुख्यमंत्री ने भगवान के चरणों में यह प्रार्थना की कि सभी लोगों के जीवन में प्रेम, दया, आराधना और सिद्धि के गुण आत्मसात हों। मुख्यमंत्री ने पार्श्वनाथ प्रभु की प्रतिमा का अनावरण भी किया। श्री मंगल कल्याण चेरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टियों ने मुख्यमंत्री का माला पहनाकर और श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया। इस अवसर पर ‘प्रेमे पधारो पारस जी, अमे तमारा वारस जी’ नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी गई। श्री पार्श्व प्रेम चोवीस जिनेश्वर धाम के अंजन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव में गिरनार तीर्थ, चंद्रपुरी तीर्थ, रतनपुरी तीर्थ, सम्मेद शिखर जी और भेलपुर तीर्थ जैसे 120 तीर्थों की नयनरम्य प्रतिकृतियां बनाई गई हैं। यह कार्यक्रम तपागच्छाधिपति विजय मनोहर कीर्तिसागर सूरीश्वरजी म.सा., राज्य श्रीश्वर म.सा., उदयकीर्तिसागर सूरीश्वरजी म.सा., शीलरत्न सूरीश्वरजी म.सा., हेमचंद्रसागर सूरीश्वरजी म.सा., अभय सेना श्रीश्वरजी म.सा., श्रीमद वीतरागयश सूरीश्वरजी म.सा. और मगरवाड़ा गादीपति प.पू. विजय सोमजी म.सा. की पावन निश्रा में आयोजित हुआ। इस अवसर पर गुजरात और अन्य गुजरात के बाहर से आए धर्मप्रेमी भाई-बहनें और श्रावक-श्राविकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय