चांद दिखा ख्वाजा गरीब नवाज का 812वां उर्स शुरू, पीएम की चादर शनिवार को होगी पेश

अजमेर, 12 जनवरी (हि.स)। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वां उर्स शुक्रवार को चांद दिखाई देने के साथ औपचारिक रूप से शुरू हो गया। उर्स की पहली तारीख 13 जनवरी को होगी। 18 जनवरी को जुमेरात को छह रजब होगी। उर्स शुरू होते ही पहले दिन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भेजी चादर पेश की जाएगी। यह चादर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी दोपहर 1 बजे लेकर अजमेर सर्किट हाउस पहुंचेंगे। उसके पश्चात दोपहर दो बजे दरगाह शरीफ में देश भर से आए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के सैंकड़ों नेताओं के साथ दरगाह पहुंच कर चादर पोशी की जाएगी।

दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर के शहर काजी तौसिफ अहमद सिद्दिकी ने शुक्रवार रात्रि हिलाल कमेटी के हवाले से 812वें उर्स के औपचारिक शुरू होने का ऐलान किया है। इससे पहले शुक्रवार को देश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में मलंग अजमेर पहुंचे। दरगाह शरीफ के बाहर झंडों के साथ जुलूस के रूप में पहुंच कर हैरत अंगेज कारनामे दिखाए। उर्स शुरू होने के साथ ही ख्वाजा साहब के मजार शरीफ पर धार्मिक रस्म भी शुरू होगई। ख्वाजा साहब की मजार से संदल उतारा गया और तबर्रुख के रूप में जायरीन को बांटा गया।

जानकारी के अनुसार अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के उर्स के मौके पर दरगाह में परचम लाने की परंपरा है। इसी को पूरा करने के लिए सैंकड़ों मलंग कई किलोमीटर चलकर अजमेर पहुंचे। शुक्रवार को मलंगों ने परचम लेकर जुलूस निकाला और हैरतअंगेज करतब दिखाए। कहा जाता है कि ख्वाजा गरीब नवाज के खलीफा ( शिष्य ) कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी ने दरगाह में परचम लाने की परंपरा शुरू की थी। यह मलंग आज भी उस परंपरा को निभा रहे हैं। शुक्रवार को सैंकड़ों मलंग ने छड़ी का जुलूस निकालकर ख्वाजा गरीब नवाज के प्रति अपनी आस्था प्रकट की.।

ऋषि घाटी स्थित ख्वाजा गरीब नवाज के चिल्ले से हजारों मलंग हाथों में परचम लेकर दरगाह के लिए जुलूस के रूप में रवाना हुए। मार्ग में कई जगह पर शहर के लोगों ने मलंगों का फूलों की वर्षा कर इस्तकबाल किया। इस दौरान मलंगों ने अपने हैरतअंगेज करतब भी दिखाए। किसी मलंग ने तीखे सरिए को अपनी आंखों में डाला तो किसी ने अपने शरीर को सरियों से छेद दिया। गंज से देहली गेट, दरगाह बाजार होते हुए मलंगों का जुलूस दरगाह के निजाम गेट पहुंचा. अपने साथ महरौली से छड़ी लेकर आए मलंगों ने दरगाह में छड़ी पेश कर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में हाजरी लगाई।

प्रशासन की चादर शनिवार को

गरीब नवाज के उर्स मेला-2024 के लिए प्रशासन की चादर शनिवार 13 जनवरी को पेश की जाएगी। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट जगदीश प्रसाद गौड़ ने बताया कि शनिवार को दोपहर 12 बजे पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी दरगाह पर चादर पेश करेंगे।

पाक जायरीन आएंगे सोमवार 15 जनवरी को

उर्स मेला-2024 के लिए पाकिस्तान से आने वाले जायरीन का जत्था सोमवार 15 जनवरी को आएगा। पूर्व में यह जत्था 14 जनवरी को आना था। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट जगदीश प्रसाद गौड़ ने बताया कि यह जत्था 20 जनवरी को अजमेर से रवाना होगा।

महफिल खाने में कव्वालियां शुरू

उर्स की शुरुआत होने के साथ ही दरगाह के महफिल खाने में कव्वालियों को दौर शुरू हो गया। देश भर से पहुंचे कव्वाल यहां दरगाह दीवान की सदारत में ख्वाजा की शान में कव्वालियां पेश करते हैं।

जन्नती दरवाजा खुला

उर्स शुरू होने के साथ ही जायरीन के लिए जन्नती दरवाजा भी खोल दिया गया। उर्स के दौरान जन्नती दरवाजे से ख्वाजा साहब के मजार शरीफ की जियारत का महत्व माना जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप

   

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