भेदभाव के खिलाफ लड़ने और महिला स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए पहल

जम्मू, 4 जून (हि.स.)। कई परिवारों में चिकित्सा उपचार के लिए उपलब्ध सीमित संसाधनों को महिलाओं के बजाय घर के पुरुषों पर खर्च किया जाता है। महिलाओं को धैर्यवान और शर्मीली बनना सिखाया जाता है। उन्हें दर्द और तनाव सहने के लिए कहा जाता है। इससे गंभीर परिणाम सामने आते हैं क्योंकि मेडिकल फिटनेस एक ऐसे चरण तक जटिल हो जाती है जहां उन्हें ठीक करना मुश्किल होता है।

महिलाओं के स्वास्थ्य के मुद्दों और निवारक उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए, भारतीय सेना ने थानामंडी में एक व्याख्यान का आयोजन किया, जिसमें लड़कियों और महिलाओं के बीच कई अप्रत्याशित स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाई गई, जिनका अधिकांश समय निदान नहीं हो पाता। इस आयोजन का उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं के बीच एक महिला के जीवन के पूरे स्पेक्ट्रम में स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जागरूकता फैलाना था। एक महिला के जीवन के प्रत्येक चरण में, चिकित्सा समस्याओं का जल्द पता लगाने या उन्हें रोकने के लिए महत्वपूर्ण निवारक स्वास्थ्य देखभाल कदम उठाने होते हैं। आमंत्रित लोगों को जलपान भी परोसा गया। सेना के इस कदम और प्रयास की आवाम द्वारा अत्यधिक सराहना की गई।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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