केंद्रीय कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री ने रायसेन से किया शहरी सर्वेक्षण 'नक्शा' पायलट परियोजना का शुभारंभ

ड्रोन की उड़ान के साथ शहरी सर्वेक्षण कार्यक्रम 'नक्शा' का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभवाटरशेड यात्रा को भी हरी-झंडी दिखाकर रवाना किया

रायसेन, 18 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को रायसेन जिला मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में शहरी बस्तियों के राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण (नक्शा) पायलट परियोजना का शुभारंभ किया। केन्द्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग द्वारा यह पालट परियोजना देश के 26 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के 152 शहरी स्थानीय निकायों में शुरू की गई है।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे हेलीकॉप्टर से रायसेन हेलीपैड पहुंचे, जहां जिले के प्रभारी मंत्री नारायण सिंह पवार, राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, विधायक सुरेंद्र पटवा सहित कलेक्टर-एसपी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे आयोजन दशहरा मैदान स्थित आयोजन स्थल पहुंचे। कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर सबसे पहले रैम्प पर चलकर दोनों नेताओं ने जनता पर पुष्पवर्षा की, इसके बाद दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद 'नक्शा' परियोजना पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया गया।

कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह केवल रायसेन या मध्य प्रदेश का कार्यक्रम नहीं है। यहां से पूरे हिंदुस्तान का 'नक्शा' कार्यक्रम आज लॉन्च किया जा रहा है। इसमें 23 राज्य और तीन केंद्र शासित प्रदेश राज्य इस योजना से जुड़े हुए है, लेकिन मेरी इच्छा थी कि में यह कार्यक्रम रायसेन से शुरू करूं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस योजना से किसानों को फायदा होगा। हर खेत को पानी और बिजली मिलेगी, इसलिए 'नक्शा' कार्यक्रम लॉन्च किया जा रहा है। आपके अपने गांव में, आपके शहर में, आपके अनुभाग में ड्रोन से सर्वे करके 'नक्शा' के आधार पर काम किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी बंद हो जाएगी, पर लाडली बहना योजना नहीं होगी।

कार्यक्रम में ड्रोन की उड़ान के साथ शहरी सर्वेक्षण कार्यक्रम 'नक्शा' का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही वाटरशेड यात्रा को भी हरी-झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पुस्तिका का विमोचन किया गया। 'नक्शा' कार्यक्रम पर वीडियो एवं फ्लायर भी जारी किए गए। कार्यक्रम में केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्यमंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा और मत्स्य पालन राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार सहित कई विधायक और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

'नक्शा' कार्यक्रम का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में भूमि रिकॉर्ड बनाना और उन्हें अपडेट करना है, ताकि भूमि स्वामित्व का सटीक और विश्वसनीय दस्तावेज़ीकरण सुनिश्चित किया जा सके। यह पहल नागरिकों को सशक्त बनाएगी, जीवन को आसान बनाएगी, शहरी नियोजन को बढ़ाएगी और भूमि संबंधी विवादों को कम करेगी। संपत्ति रिकॉर्ड प्रशासन के लिए आईटी-आधारित प्रणाली पारदर्शिता, दक्षता को बढ़ावा देगी और सतत विकास का समर्थन करेगी। सर्वे ऑफ इंडिया नक्शा कार्यक्रम के लिए तकनीकी भागीदार है, जो हवाई सर्वेक्षण करने और राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों को तीसरे पक्ष के विक्रेताओं के माध्यम से ऑर्थोरेक्टीफाइड इमेजरी प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम (एमपीएसईडीसी) द्वारा एंड-टू-एंड वेब-जीआईएस प्लेटफॉर्म विकसित किया जाएगा और भंडारण सुविधाएं राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र सेवा इंक (एनआईसीएसआई) द्वारा प्रदान की जाएंगी।-------------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

   

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