जींद : दस वर्षों से बंद पड़ा है ढेहा बस्ती का आंगनवाड़ी केंद्र
- Admin Admin
- Nov 08, 2024
जींद, 8 नवंबर (हि.स.)। सफीदों नगर के वार्ड नंबर 14 स्थित ढेहा बस्ती का आंगनवाड़ी केंद्र पिछले 10 सालों से बंद पड़ा है,लेकिन उसकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। हालात ये हो गए हैं कि आंगनवाड़ी केंद्र में चारों ओर गंदगी व कूड़े के ढेर हैं तथा इसका सारा सामान पर धूल जम गई है।
इस केंद्र में कई बार सांप व बिच्छू निकल चुके हैं और बच्चों की जान को भी खतरा बन गया है। न तो यहां कोई अधिकारी, न सुपरवाइजर और न ही कोई वर्कर आती है। इस केंद्र में उसके हाल पर रोने के लिए छोड़ दिया गया है।
गौरतलब है कि ढेहा बस्ती की चौपाल में सरकार ने इस बस्ती के गरीब बच्चों को शिक्षित करने व उनके बेहतर पोषण के लिए एक राजकीय प्राथमिक स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्र की स्थापना की थी। सरकार की सोच तो बेशक अच्छी थी लेकिन नीचले सिस्टम ने उस सोच के उल्ट चलने का कार्य किया।
आंगनवाड़ी ना चलने के कारण बस्ती के बच्चे सारा दिन इधर-उधर फिरते हैं। वहीं यहां पर चल रहे प्राईमरी स्कूल का मास्टर भी वीरवार को बिना किसी राजकीय अवकाश के स्कूल को बंद करके चले गए। ढेहा बस्ती के प्रधान सतबीर सिंह व एक अन्य बस्ती निवासी भीम सिंह ने बताया कि यह आंगनवाड़ी इस गरीब बस्ती के बच्चों के विकास के लिए बनाया गया था लेकिन पिछले 10 साल से यहां पर कोई नहीं आता।
काफी लंबे अर्से से इस आंगनवाड़ी केंद्र के बंद होने के कारण इसमें रखे सारे झूले टूटे पड़े हैं तथा सारा फर्नीचर खराब हो चख्ुका है। इसके अलावा यहां पर गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। गंदगी के ढेर में सांप व बिच्छू निकलते हैं जोकि बस्ती निवासियों व उनके बच्चों के जीवन के लिए खतरा बने हुए हैं।
पिछले 10 साल से यहां पर कोई नहीं आ रहा और इसे लावारिश छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनके बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए यह आंगनवाड़ी काफी कारगर सिद्ध हो सकती थी लेकिन आज उनके बच्चे आंगनवाड़ी में जाने की बजाए सारा दिन इधर-उधर सड़कों पर फिरते हैं। अगर यह आंगनवाड़ी खुली हो तो बच्चे यहां पर सीखेंगे भी और उनका पोषण भी होगा।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा