नागरिक संघर्ष काउंसिल ने मंडी शहर की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

मंडी, 19 नवंबर (हि.स.)। मंडी नागरिक संघर्ष काउंसिल ने ऐतिहासिक पड्डल मैदान में प्रस्तावित इंडोर स्टेडियम का विरोध किया है। संस्था के कन्वीनर वाईपी कपूर और सह कन्वीनर नरेश शर्मा व योगेश शर्मा ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस सिलसिले में काउसिल ने एक मांग पत्र मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को उपायुक्त मंडी के माध्यम से प्रेषित किया है। जिसमें काउंसिल ने मंडी के पड्डल मैदान के वर्तमान स्वरूप को बरकरार रखने की मांग उठई है।

उन्होंने कहा कि प्रस्तावित इंडोर स्टेडियम पड्डल में बनाने का मंडी की जनता में भारी विरोध हैं तथा यह मांग की गई कि स्टेडियम तो बनाया जाए पर किसी दूसरे स्थान जैसे कांगणीधार, रेहड़ाधार, मैगल या देवधार में बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पड्डल मैदान केवल खेलों के लिए ही नहीं है, यह मंडी की जनता का भी है।

उन्होंने बताया कि जब 1905 में भूकंप आया था तो मंडी की जनता ने पड्डल मैदान में ही शरण ली थी। उसी प्रकार वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान भी भारतीय सेना ने पड्डल मैदान का उपयोग किया था। मंडी नागरिक संघर्ष काउंसिल ने मांग की है कि नगर निगम शिमला की तर्ज पर मंडी के नौजवानों भी को शहरी मनरेगा के तहत 120 दिन का रोजगार मुहैया करवाया जाए।

वाईपी कपूर ने कहा कि नगर निगम के कमिशनर का यह बयान कि गृहकर अदा न करने वालों की संपति अटैच की जाएगी, तानाशाहीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिनका लाखों में गृहकर बकाया है उनसे किश्तों में गृहकर लिया जाए। उसी प्रकार मंडी में भूतनाथ गली व चौबाटा गली में मोटर साइकिल व स्कूटर के आंतक को समाप्त करने के लिए स्पीड लिमिट निर्धारित की जाए व टाइम भी निश्चित किया जाए। क्योंकि टू व्हीलर कई राहगीरों को हिट कर चुके हैं। इसके अलावा सेरी मंच के सामने सडक़ के दोनों ओर पार्किग हटाया जाए और उसे एक तरफ में टैक्सी स्टैंड के लिए रखा जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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