23 फीट ऊंचे और 42 फीट चौड़े पंडाल में विराजित हैं प्रतिमा, दर्शन के लिए उमड़ रहे श्रद्धालु
धमतरी, 6 अक्टूबर (हि.स.)। धमतरी शहर में अलग-अलग स्थान के देवी-देवताओं की मूर्तियां और मंदिरों की प्रतिकृति तैयार कर प्रसिद्ध पा रही आदर्श दुर्गा उत्सव समिति टिकरापारा ने इस नवरात्र में दंतेवाड़ा की दंतेश्वरी मां का मंदिर व मूर्ति का निर्माण किया है। माता के दर्शन के लिए यहां लोगों की भीड़ उमड़ रही है। लोग खुले दिल से मंदिर तैयार करने वाली समिति के सदस्यों व कलाकारों की प्रशंसा कर रहे हैं।
बस्तर रोड स्थित शारदा चौक टिकरापारा में इस बार दंतेवाड़ा की विख्यात दंतेश्वरी मंदिर की झलक दिख रही है। इसे देखने दर्शनाथियों की भीड़ लग रही है। यहां 23 फीट ऊंचा और 42 फीट चौडा पंडाल बनाया गया है, जिसमें दंतेश्वरी मंदिर की प्रतिकृति बनाकर मां दंतेश्वरी की 4.5 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। शहर के टिकरापारा में दंतेवाड़ा स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर का हूबहू डिजाइन तैयार किया गया है। पंडाल में जिस तरह शेर की आकृति, गरूड़ स्तंभ बनाया गया है, उसे देखते ही दंतेवाड़ा का अक्स सामने आ जाता है।
नौ लाख का बजट, एक माह पहले से होती है तैयारी
समिति के सदस्य रूदेश प्रताप साहू, गोलू ढीमर, प्रेम किशन आदि ने बताया कि दंतेश्वरी मंदिर का आकार देने सहित प्रतिमा बनाने में नौ लाख रुपये का खर्च आया है। यह सब वार्डवासियों के अभूतपूर्व सहयोग से होता है। एक माह पहले वार्डवासियों की बैठक होती है, तय किया जाता है कि प्रदेश में स्थित कौन सी देवी मंदिर का आकार तैयार करना है। निर्णय के बाद समिति उक्त मंदिर निर्माण की तैयारी में जुट जाती है। दंतेश्वरी माता की प्रतिमा कुम्हारपारा निवासी शिवकुमार ने तैयार की है। बस्तर थीम को दर्शाने के लिए शुभम आर्ट्स ने डिजाइन बनाया है।
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध देवियों का दर्शन कराने का लक्ष्य
आदर्श दुर्गा उत्सव समिति अध्यक्ष देवेन्द्र नेताम ने बताया कि समिति का उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ में जितने भी प्रसिद्ध माताओं के मंदिर हैं, उसका दर्शन नवरात्र में दर्शनार्थियों को कराना है। श्री नेताम ने बताया कि इससे पहले घटारानी, जतमई, गंगा मैया झलमला, बिलाई माता तथा मां अंगारमोती की प्रतिमा एवं मंदिर का आकर्षक डिजाइन बनाया जा चुका है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा