बंग्लादेश मे हिंदुओं के विरुद्ध अत्याचार के विरोध में वहां के पीएम का पुतला फूंका
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- Dec 05, 2024
सहरसा, 05 दिसंबर (हि.स.)।
बंग्लादेश में हिंदुओं के विरुद्ध हो रहे अत्याचार के विरोध में पूरे देश मे आक्रोश है।जिसके कारण बांग्लादेश के नागरिकों के ठहरने एवं स्वास्थ्य इलाज भी पुरी तरह बायकॉट किया जा रहा है। पूरा हिन्दू जनमानस में काफी गुस्सा है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किये जा रहे है। उसी कड़ी में गुरुवार को स्थानीय शंकर चौक पर लाजवंती झा के नेतृत्व में बंग्लादेश के प्रधानमंत्री का पुतलादहन एवं विरोध प्रदर्शन आयोजित हुई। बांग्लादेशी सरकार द्वारा प्रायोजित हिन्दू जिनेसाइड का जमकर विरोध किया गया एवं बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के विरुद्ध में आक्रोश व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई शेख हसीना के सरकार को अपदस्थ कर जमाते इस्लामी के बैनर तले अलोकतांत्रिक मोहम्मद युनुस की सरकार के संरक्षण में बांग्लादेश में हिंदुओं पर भीषण अत्याचार,हिंसा,आगजनी, मानवता को शर्मसार करने वाली सभी निंदनीय कार्यों में लगातार वहां की सेना और पुलिस के साथ साथ स्थानीय कट्टरपंथी मुस्लिम पाप की पराकाष्ठा पार कर चुके है। इस्कॉन के पुजारी को बंदी बनाया गया। सभी मंदिर एवं हिन्दू धर्म स्थल को तोड़ा जा रहा है। इजरायल में जो 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा क्रूर, घृणित हिंसा का जघन्य अपराध किया।गया था।उससे कहीं अधिक घृणित और जघन्य हिंसा पिछले तीन महीने से हिन्दुओं के विरुद्ध जारी है। पिता के सामने बेटी से,पति के सामने पत्नी से,भाई के सामने बहन से,बेटे के सामने मां से बलात्कार,समस्त हिन्दू समाज के घरों को जलाना,साधु संतों को गिरफ्तार कर अमानवीय यातनाएं देना, न्यायपालिका,वकील सभी अत्याचारियों के साथ खून खराबे में लिप्त,कोई भी आवाज हिन्दुओं के समर्थन में नहीं।
देश की राजद, सपा, कांग्रेस,वामपंथी सभी फिलिस्तीन के समर्थन में आवाज उठाते है लेकिन बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे क्रूर,हिंसक जीनोंसाइड के विरोध में विश्व की चौथी सबसे बड़ी सेना हाथ पर हाथ धरे तमाशा देख रही है।आखिर कब तक हिंदू विभाजन,मोपला, कश्मीर,पाकिस्तान और बांग्लादेश में यातना,अमानवीय हिंसा और बेइज्जती सहेगा। जागो हिंदू, उठो एकजुट होकर पूरी ताकत से राक्षसों का संहार करो। हिंदुओं का अस्तित्व खतरे में है। सिर्फ शक्तिशाली को जीने का अधिकार है। निर्बल पर अत्याचार करने वाली कौम को बर्बाद और नेस्तनाबूद करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। अपनी आवाज बुलंद करने और संगठित होकर अन्याय और अत्याचार का प्रतिकार करना ही होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार