जम्मू क्षेत्र में अस्थायी रूप से बसे रोहिंग्याओं के साथ मानवीय व्यवहार किया जाना चाहिए - मुख्यमंत्री

जम्मू, 09 दिसंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि जम्मू क्षेत्र में अस्थायी रूप से बसे रोहिंग्याओं के साथ मानवीय व्यवहार किया जाना चाहिए।

जम्मू में पत्रकारों से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार को रोहिंग्या मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए क्योंकि वे भारी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

उमर अब्दुल्ला ने कहा यह एक मानवीय मुद्दा है। केंद्र सरकार को यह तय करने की ज़रूरत है कि इस समुदाय के साथ क्या किया जाए। अगर भारत सरकार उन्हें निर्वासित करना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करना चाहिए। अगर नहीं तो उन्हें ठंड और भूख से तड़पने के लिए नहीं छोड़ा जाना चाहिए। भारत सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके लिए उनकी क्या योजना है।

उन्होंने आगे कहा कि जब तक वह जम्मू में हैं तब तक उनका उचित ख्याल रखा जाना चाहिए। उन्हें यहां लाकर बसाया गया था। अगर भारत सरकार ने अपनी नीति बदली है, तो उन्हें या तो उन्हें ले जाना चाहिए या फिर उन्हें अपनी पसंद के अनुसार कहीं और बसाना चाहिए। उमर अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा कि रोहिंग्या पहले इंसान हैं और उनके साथ सम्मान से पेश आना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके साथ जानवरों जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।

जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उमर अब्दुल्ला ने पुष्टि की कि राज्य का दर्जा बहुत महत्वपूर्ण है। हमें राज्य का दर्जा चाहिए। संसद और सुप्रीम कोर्ट दोनों ने ही जम्मू-कश्मीर के लोगों से कई बार राज्य का दर्जा देने का वादा किया है। हमें आश्वासन दिया गया था कि पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। हमारा मानना है कि दोहरी सत्ता कभी भी किसी सरकार के हित में नहीं होती। किसी अन्य राज्य या क्षेत्र में ऐसी व्यवस्था नहीं है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अपनी सरकार चुनी है और उसे सुचारू रूप से काम करने दिया जाना चाहिए।

भारत-बांग्लादेश संबंधों के बारे में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वर्तमान संबंध तनावपूर्ण हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध इस समय ठंडे हैं। हालांकि, हमारा विदेश मंत्रालय अपने समकक्षों के साथ बातचीत कर रहा है। जैसा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सही कहा था कि आप अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन आप अपने पड़ोसियों को नहीं बदल सकते। हमें अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह न केवल फायदेमंद है बल्कि एक आवश्यकता भी है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता

   

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