चुनाव आयोग को लिखी चिटठी, मतदान हो सकता है प्रभावित
राम रहीम की पैरोल को लेकर कागजी कारवाई में जुटा प्रशासन
चुनाव आयोग द्वारा राम रहीम की अर्जी पर दी जा चुकी है मंजूरी
रोहतक, 1 अक्टूबर (हि.स.)। सुनारियां जेल में साध्वी यौन शोषण मामले में बीस साल की साज काट रहे डेरा प्रमुख राम रहीम की पैरोल को लेकर कांग्रेस ने एतराज जताया और और इस बारे में चुनाव आयोग को षिकायत देकर कहा है कि पैरोल से मतदान प्रभावित हो सकता है, इसलिए पैरोल नामंजूर की जाए। दूसरी तरह राम रहीम को जेल से रिहा करने के लिए कागजी कारवाई की जा रही है। अगर राम रहीम को सरकार रिहा करती है तो वह 11 वीं बार जेल से बाहर आएंगे। सुनारियां स्थित जिला कारागार में सजा काट रहे राम रहीम को लेकर जेल अधिकारियों ने कागजी कार्रवाई शुरु कर दी है।
मंगलवार को कांग्रेस ने राम रहीम की पैरोल पर एतराज जताया और चुनाव आयोग को चिटठी भेजकर पैरोल नामंजूर करने की अपील की है। कांग्रेस लीगल सैल ने कहा है कि इस वक्त राम रहीम को पैरोल देना गलत है और इससे मतदान प्रभावित हो सकता है। दरअसल तीन दिन पहले राम रहीम ने आयुक्त को अर्जी दी थी कि उनकी 2024 की बीस दिन की पैरोल बाकि है और उसे पैरोल दी जाए। जिस पर प्रशासन ने राम रहीम की अर्जी को चुनाव आयोग के पास भेज दिया था और सोमवार देर शाम को आयोग ने उनकी अर्जी को मंजूर कर जिला प्रशासन को भेज दी थी। अब देखना है कि कांग्रेस के एतराज के बाद सरकार राम रहीम को पैरोल देती है या फिर चुनाव आयोग कांग्रेस की अर्जी पर कोई फैसला लेता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल