उदयपुर, 1 दिसंबर (हि.स.)। राजसमंद जिले के विश्व प्रसिद्ध कुंभलगढ़ दुर्ग में तीन दिवसीय कुंभलगढ़ फेस्टिवल का भव्य आगाज हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दुर्ग परिसर में महाराणा कुंभा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन से की गई। इसके पहले, हल्ला पोल से कुंभलगढ़ किले तक शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें लोक कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं।
पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस फेस्टिवल में हर दिन सुबह लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां होती हैं, जबकि रात में शास्त्रीय कलाकार नृत्य और संगीत प्रस्तुत करते हैं। पहले दिन पधारो म्हारे देश, लहरिया, और कालबेलिया जैसे लोकप्रिय लोक नृत्यों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। शाम को रत्ना दत्त कथक, ओडिसी, और भरतनाट्यम की प्रस्तुतियां देंगे। फेस्टिवल का आनंद लेने गुजरात सहित अन्य राज्यों और विदेशी पर्यटक भी पहुंचे।
कुंभलगढ़ फेस्टिवल हर साल 1 से 3 दिसंबर तक आयोजित होता है। दूसरे दिन, 2 दिसंबर को सुबह 7 बजे कैलाश चंद्र मोठीया और ग्रुप वायलिन की प्रस्तुति देंगे, वहीं सवाई भाट और ग्रुप सूफी गायन प्रस्तुत करेंगे। 3 दिसंबर को बरखा जोशी और ग्रुप कत्थक और अन्य लोक गायन प्रस्तुत करेंगे। साथ ही मोहित गंगवानी और ग्रुप तबला वादन की प्रस्तुति से कार्यक्रम का समापन होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता