बागपत, 6 नवंबर (हि.स.)। बागपत के रटौल कस्बे में डिलीवरी के कुछ दिन बाद महिला की हालत बिगड़ गई थी। गंभीर हालत में परिजनों ने महिला को मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां बुधवार इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। महिला के पति ने खेकड़ा सीएचसी चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
नगीना धामपुर जिला बिजनौर निवासी 25 वर्षीय महिला सुषमा पुत्री रामकुमार की शादी 3 जनवरी 2023 में रटौल निवासी मोनू सैनी के साथ हुई थी। 20 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर परिजनों द्वारा खेकड़ा सीएचसी पर ले जाया गया था। जहां चिकित्सकों द्वारा डिलीवरी कराई गई डिलीवरी के दौरान महिला ने एक लड़की को जन्म दिया। महिला के पति ने बताया कि डिलीवरी होने के बाद चिकित्सकों ने सुषमा को घर भेज दिया था। जिसके 5- 6 दिन बाद ही सुषमा की हालत बिगड़ने लगी तो परिजन उसे दोबारा खेकड़ा सीएचसी ले गए जहां चिकित्सकों द्वारा महिला को सैप्टिक होना बताया था जिसके बाद उसका इलाज मेरठ के अस्पताल में चल रहा था। जहां इलाज के दौरान बुधवार महिला की मौत हो गई है। जिसके चलते परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वही खेकडा सीएचसी प्रभारी ताहिर मोहम्मद का कहना है कि स्टाफ से बात की जा रही है मौत के कारणों की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन त्यागी