मुंबई, 01 दिसंबर (हि.स.)। गोंदिया जिले में एसटी बस दुर्घटना मामले में एसटी प्रशासन ने बस के ड्राइवर प्रणय रायपुरकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस बस ड्राइवर से अब तक सात बस दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से छह दुर्घटनाओं में नुकसान पांच हजार रुपये से कम था, इसलिए उस पर निलंबन की कार्रवाई नहीं की गई थी। अब सातवीं बस दुर्घटना मामले में उसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
एसटी प्रशासन के अनुसार 29 नवंबर को नागपुर से गोदिंया जा रही एसटी की एक शिवशाही बस अर्जुनी तहसील के खजरी गांव के पास एक वाहन को बचाते हुए अचानक पलट गई थी। इस दुर्घटना में एक पुलिस कर्मी समेत कुल 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 35 यात्री घायल हो गए थे। घायलों में स्मिता विक्की सूर्यवंशी, मंगला राजेश लांजेवार, राजेश देवराम लांजेवार, कल्पना रविशंकर वानखेड़े, रामचन्द्र कनोजे, अंजीरा रामचन्द्र कनोजे, आरिफ़ा अज़हर सैयद ,अज़हर अली सैयद और नैना विशाल मिटकर की पहचान की जा चुकी है, जबकि दो मृत यात्रियों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है।
इस घटना के बाद भंडारा एसटी विभाग के संभागीय यातायात अधिकारी शीतल शिरसाट ने ड्राइवर प्रणय रायपुरकर को उसका पिछला रिकार्ड देखने के बाद तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। हालांकि, इस घटना की जांच डुग्गीपार पुलिस स्टेशन की टीम कर रही है। डुग्गीपार पुलिस स्टेशन की टीम ने ड्राइवर प्रणय रायपुरकर को गिरफ्तार किया है और वह पुलिस कस्टडी में है। इस घटना में महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
---------------------------------------------
हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव