छठ पूजा के लिए उमड़ पड़े लोग, एक लाख से ज्यादा पूर्वांचलियों ने दिया उगते सूर्य को अर्घ्य

झज्जर, 8 नवंबर (हि.स.)। जिला में रह रहे पूर्वांचल के लोगों ने सूर्य की आराधना का पर्व छठ पूजा धूमधाम से मनाया। बहादुरगढ़ में एक लाख से अधिक लोगों ने छठ पर्व मनाया। यहां के तीन प्रमुख घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पूर्वांचल मूल के लोग उमड़ पड़े। शहर में एक लाख से अधिक लोगों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत खोला।

उद्योग नगरी बहादुरगढ़ में रह रहे पूर्वांचल मूल के तमाम लोगों ने छठ पर्व बेहद श्रद्धा के साथ मनाया। गुरुवार की सुबह बहादुरगढ़ माइनर पर मुख्य जल घर के निकट, शहर के लाइन पार्क क्षेत्र स्थित सूर्य मंदिर के पास बने अस्थाई घाट और बहादुरगढ़ माइनर के किनारे गांव कसर के निकट बड़ी संख्या में लोगों ने पानी में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया।

शहर के वार्ड-30 के सैनिक नगर में बिहार नव युवक पूर्वांचल संघ समिति की ओर से सैनिक नगर बारातघर के पास छठ पूजा व विशाल जागरण का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यातिथि के तौर पर समाजसेविका व नगर पार्षद डा. नीना सतपाल राठी ने शिरकत की। पूर्वांचलवासियों ने छठ महापर्व पूरे उमंग, उत्साह के साथ मनाया। सैनिक नगर में नहर किनारे पूजा घाट पर नगर पार्षद डा. नीना सतपाल राठी की ओर से पूरी व्यवस्था करवाई गई। उन्होंने पूर्वांचलवासियों को छठ महापर्व की बधाई देते उनके साथ इस पर्व की खुशियां मनाई और छठीं मैया से सभी के स्वस्थ एवं समृद्ध और खुशहाल जीवन की कामना भी की। डा. नीना सतपाल राठी ने कार्यक्रम में मौजदू उपस्थिजन से जल, थल व वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर अपना पूर्ण सहयोग देने की अपील भी की।

बिहार नवयुवक पूर्वांचल संघ समिति की ओर से सैनिक नगर बारातघर के पास छठ पूजा व विशाल जागरण का कार्यक्रम भी हुआ। जागरण में मुख्यातिथि के तौर पर समासेविका व नगर पार्षद डॉ.. नीना सतपाल राठी ने शिरकत की। उन्होंने आयोजन समिति को अपनी नेक कमाई आर्थिक सहयोग किया और भजन गायकों का भी सम्मान किया। आयोजन समिति से जुड़े पदाधिकारियों व सदस्यों ने मुख्यातिथि डा. नीना सतपाल राठी का यहां पहुंचने पर बड़ी फूलमाला से व शॉल भेंट कर जोरदार सम्मान किया। डॉ.. नीना सतपाल राठी ने कहा कि लोक आस्था के महापर्व छठ का हिंदू धर्म में अलग महत्व है। यह एकमात्र ऐसा पर्व है जिसमें ना केवल डूबते सूर्य की पूजा अर्चना होती है बल्कि बल्कि उदयमान सूर्य (उगते सूर्य) को भी पूजा जाता है। उन्होंने कहा कि सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण इसे छठ कहा जाता है। उन्होंने कहा कि कि ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत सूर्य है।

इस कारण हिंदू शास्त्रों में सूर्य को भगवान मानते हैं। उन्होंने कहा कि छठ पूजा का व्रत रखने से इस व्रत का सैंकड़ों गुणा यज्ञों का फल मिलता है। छठ पूजा सुहाग व संतान की रक्षा, लम्बी आयु, उनकी तरक्की, खुशहाली के लिए किया जाता है। उन्होंने छठीं मैया से विनती की है कि उनकी कृपा सब पर बनी रहे और उनकी कृपा से इस दुनिया के सभी रोग-दोष सब दूर हो जाएं। पूरा संसार खुशियों से महक उठे और कभी भी जिंदगी में दुख ना आए। कार्यक्रम दौरान सतीश घई, अभिप्राय राठी समेत आयोजन समिति से जुड़े अनेक पदाधिकारी सदस्य व हजारों की संख्या में पूर्वांचलवासी मौजूद रहे। बहादुरगढ़ में नजफगढ़ रोड स्थित आर्यनगर फेस-2 में रह रहे बिहार के जिला सिवान के मूल निवासी दूरभाष और उनके परिजनों-पड़ोसियों ने बहादुरगढ़ माइनर के छठ घाट पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। व्रत खोलने के बाद दूरभाष व उनकी पत्नी दया देवी ने अपने आस पड़ोस में और अन्य प्रियजनों को मीठी सुहाली, केले, सिंघाडे व लड्डू का प्रसाद वितरित किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज

   

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