मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश नहीं, हमारे लिए एक परिवार है : प्रधानमंत्री मोदी
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- Mar 11, 2025

-प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान के लिए मॉरीशस को धन्यवाद दिया
-मॉरीशस में भारतीय प्रवासियों की सातवीं पीढ़ी को ओसीआई कार्ड देने का निर्णय लिया गया है
नई दिल्ली, 11 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि मॉरीशस सिर्फ एक साझेदार देश नहीं है। हमारे लिए मॉरीशस एक परिवार है। यह रिश्ता इतिहास, विरासत और मानवीय भावना में गहरा और मजबूत है। उन्होंने कहा कि मॉरीशस भारत को व्यापक वैश्विक दक्षिण से जोड़ने वाला एक पुल भी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मॉरीशस भारत के सागर विजन के केन्द्र में है। उन्होंने कहा कि एक दशक पहले, 2015 में उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में भारत के सागर विज़न की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि सागर का मतलब क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास है। आज भी मॉरीशस इस विज़न के केंद्र में है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित करने के लिए मॉरीशस की जनता और सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “मॉरीशस की जनता और यहां की सरकार ने मुझे अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का फैसला लिया है। मैं आपके इस निर्णय को विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं। यह सिर्फ़ मेरे लिए सम्मान नहीं है, यह भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक रिश्तों का सम्मान है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जब भी मॉरीशस आते हैं तो ऐसा लगता है कि अपनों के बीच आया हूं। उन्होंने कहा कि यहां की हवा, मिट्टी और पानी में अपनेपन का एहसास है। उन्होंने कहा कि वह 10 साल पहले इसी दिन मॉरीशस आए थे। होली के एक हफ़्ते बाद की बात है और मैं अपने साथ फगवा की खुशियां लेकर आया हूं। इस बार मैं होली के रंग अपने साथ भारत ले जाऊंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मॉरीशस को एक ‘लघु भारत’ की संज्ञा देते हुए कहा कि भाषा-बोली, खान-पान के हिसाब से देखें, तो मॉरीशस में मिनी हिंदुस्तान बसता है। उन्होंने कहा कि जब 200 वर्ष पहले भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को छल से यहां लाया गया था, उन पर अत्याचार किए गए थे, लेकिन उस कठिन समय में भगवान राम और रामचरितमानस ने उन्हें शक्ति और प्रेरणा दी। पिछले साल जब अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया था। मॉरीशस सरकार ने आधे दिन की छुट्टी की भी घोषणा की थी। आस्था का यही जुड़ाव भारत और मॉरीशस की मित्रता का आधार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मॉरीशस में भारतीय डायस्पोरा की सातवीं पीढ़ी को ओसीआई कार्ड देने का निर्णय लिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने मॉरीशस के राष्ट्रपति और उनकी पत्नी बृंदा, प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी वीणा को ओसीआई कार्ड सौंपकर खुशी मिली है।
प्रधानमंत्री ने मॉरीशस का बिहार के साथ भावुक संबंध का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया के अनेक हिस्से जब पढ़ाई-लिखाई से कोसों दूर थे, तब नालंदा जैसा ग्लोबल इंस्टीट्यूट बिहार (भारत) में था। हमारी सरकार ने फिर से नालंदा यूनिवर्सिटी को और नालंदा स्पिरिट को रिवाइव किया है। उन्होंने कहा कि बिहार का मखाना आज भारत में बहुत चर्चा में है। वो दिन दूर नहीं जब ये मखाना दुनिया भर में स्नैक्स मैन्यू का हिस्सा होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार